शेखपुरा के पांच वर्षीय आयुष को लगातार आठवीं बार ब्लड डोनेट कर हेल्पर्स ग्रुप ऑफ नवादा ने बचाई जान

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नवादा /रामजी प्रसाद एवं कुमार विश्वास

शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना अन्तर्गत दरियाचक ग्राम निवासी रंजीत पाल के पांच वर्षीय पुत्र आयुष पाल बचपन से ही थैलीसीमिया नामक गंभीर बीमारी का शिकार है जिसमें डॉक्टरों के मुताबिक शरीर में एक बार रक्त के 20- 25 दिन के अंतराल पर दुसरे ब्लड की जरूरत होती है। और ऐसा न होने पर बच्चा बुखार सहित कई आंतरिक रोगों का शिकार होने लगता है। लेकिन जैसे ही दुबारा ब्लड चढाया जाता है बच्चे को नए जीवन के रूप में उसके चेहरे पर मुस्कान आती है। आयुष के पिता रंजीत ने बताया कि इस बार भी शेखपुरा के ब्लड बैंकों में ब्लड उपलब्ध नहीं होने के कारण मुझे अपने पुत्र के जीवन बचाने के लिए नवादा जिले की याद आई। रंजीत बताते है जब लॉकडाउन जैसे विकट परिस्थिति में सब जगहों से हार गया तब उस स्थिति में मेरे आयुष को हेल्पर्स ग्रुप ऑफ नवादा द्वारा ब्लड डोनेट कर एक नई जीवन देने का कार्य किया गया है।







अब तक आठवीं बार ब्लड की व्यवस्था कर नवादा के रक्तवीरों ने दिया है सहयोग :-

इस अवसर पर हेल्पर्स ग्रुप ऑफ नवादा के संस्थापक सह सचिव सौरभ कुमार भीम ने बताया कि लॉकडाउन जैसे गंभीर समय में शेखपुरा जिले से फोन पर रंजीत पाल से संपर्क हुआ और उन्होने अपने पांच वर्षीय बेटे के गंभीर बीमारी के बारे में बताया। मेरे टीम द्वारा त्वरित ब्लड की व्यवस्था कर उनके बच्चे को ब्लड डोनेट किया गया। इस बार आठवीं बार उनके पुत्र आयुष को ग्रुप के संस्थापक सदस्य व सबसे तेज युवा रक्तवीर अंकित आर्या द्वारा साथ चलकर नवादा सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में नन्हें आयुष को ब्लड डोनेट किया।


मौके पर आयुष के पिता के आंखों में खुशी के आंसु छलक आए। उन्होने हेल्पर्स ग्रुप ऑफ नवादा का आभार जताया। सौरभ कुमार भीम बताते है लॉकडाउन जैसे भीषण परिस्थिति में हेल्पर्स ग्रुप द्वारा बिना दिखावे एवं प्रचार प्रसार से दुर रहकर वास्तविक रूप से कई लोगों को ब्लड देकर बचाने का पुनित कार्य किया है।














शेखपुरा के पांच वर्षीय आयुष को लगातार आठवीं बार ब्लड डोनेट कर हेल्पर्स ग्रुप ऑफ नवादा ने बचाई जान

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