नवादा :बच्चो को गांधी का जीवन दर्शन समझाने के लिए विद्यालय भवन में उकेरे गए “बापू की पाती” कहानी के चित्र,खेल खेल में बच्चे पढ़ने की क्षमता कर रहे है विकसित

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

हेमजाभारत स्कूल भवन को बना दिया गया बापू की चित्र – कहानी

नवादा /रामजी प्रसाद एवं दयाशंकर राय

बिहार के स्कूलों में राष्ट्रपिता के जीवन दर्शन, मूल्य-बोध और उनके प्रमुख कार्यों के बारे में बच्चों को प्रारंभिक कक्षाओं से ही पढ़ाया जा रहा है । इस प्रयोग के कई फायदे है़ एक ओर गांधी को अपनाने के अवसर अधिक है़ तो दूसरे तरफ बच्चों को लुभावने चित्रो पर लिखी कहानी को दुहरा कर अपनी पढ़ने की क्षमता विकसित करेंगे । इसके तहत उत्क्रमित मध्य विद्यालय हेमजाभारत की दीवारों, सीढ़ियों व बरामदों में बापू की पाती की पूरी कहानी चित्र कथा के माध्यम से बनायी गयी है ।

शिक्षक राजेश कुमार भारती ने कहा कि प्रार्थना में गांधी कथा वाचन और प्रभावी तब बन जाएगा । जब बच्चें प्रतिदिन गांधी जी के जीवन को चित्रों के माध्यम से देखेंगे । उत्सुकता से पढ़ेंगे और आपस में चर्चा करेंगे । इस प्रकार विद्यालय की दीवार खूबसूरत औऱ आकर्षक तो हो गयी है । बच्चों को गांधी जी से जुड़े रहने का सुलभ अवसर भी बना रहेगा । उन्होंने बताया कि विद्यालय के सभी शिक्षक व सामुदायिक सहयोग से यह परिकल्पना साकार हुई है । पेंटर ने भी मेहनत से कम मजदूरी लेकर इसमें सहयोग प्रदान किया हैं ।

सीएम ने की गांधी कथा वाचन की परंपरा की शुरुआत

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 11 अक्टूबर 2017 को राज्य में गांधी कथा वाचन की परंपरा की शुरुआत की थी। सीएम ने “मिट्टी से नेता भी बनते हैं” और “च से चंपारण” नामक दो कहानियों का पाठ कर इसकी शुरुआत की थी । सरकार की योजना के तहत प्रदेश के सभी स्कूलों में प्रार्थना सत्र के दौरान गांधी कथा वाचन किया जा रहा है । इसके लिए शिक्षा विभाग के जनशिक्षा निदेशालय को, तीसरी से आठवीं कक्षा तक के लिए बापू की पाती और 9वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए एक था मोहन नामक दो किताबें प्रकाशित करायी गयी हैं । जिसके लेखक सह संकलक सोपान जोशी है़ ।

प्राथमिक स्तर से ही बच्चों को दिया जाएगा गाँधिज्म ज्ञान –

गांधी कथा वाचन के जिला प्रशिक्षक राजेश कुमार भारती के अनुसार प्राथमिक स्तर से ही बच्चों को राष्ट्रपिता के कार्यों, उनके जीवन-दर्शन और मूल्य-बोध के बारे में ज्ञान देने के लिए इस परंपरा की शुरुआत की गयी है । बच्चों को गांधी कथा वाचन ठीक से कराया जा सकें । इसके लिए हर स्कूल के एक-एक शिक्षक को इस बाबत प्रशिक्षण भी दिया गया है । उनकी इस विशेष पहल से इस अभियान को और भी मजबूती मिलेगी ।

बापू की पाती किताब में 45 कहानियां –

शिक्षक राजेश कुमार भारती ने बताया कि तीसरी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए प्रकाशित बापू की पाती किताब में 45 कहानियां हैं । इसकी भाषा इतनी सरल है कि कम उम्र के बच्चे इसे आसानी से पढ़ सकेंगे । इस किताब में हर दूसरे पन्ने पर रंगीन कार्टून बने हुए हैं, ताकि बच्चे शब्दों से ज्यादा, चित्रों की भाषा से बात को समझ सकें । इस किताब को सोपान जोशी ने लिखा है । इसमें महात्मा गांधी के प्रमुख कार्य, विचार, अहिंसक बनने, अभय बनने, सत्य के राह अपनाने परीक्षा के नये स्वरूप और मंत्र जो गाँधी ने दिया, स्वदेशी अपनाने, श्रम पर गर्व देश की आजादी आंदोलनों में उनकी भूमिका और जीवन के अन्य सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है । स्कूल की दीवारों पर इसके चित्र कथा बनाने से बच्चों तक पहुंचाने का विशेष प्रयास ही माना जाएगा ।

गांधी जयंती को सच्ची श्रधांजलि अर्पित करेगा विद्यालय परिवार

गांधी जयंती के अवसर पर गांधी से जुड़े बहुत सी सामग्री को विद्यालय परिसर में रखकर शिक्षण अधिगम सामग्री के रूप में प्रयोग किया जाएगा । उनकी पहचान खादी की धोती, चरखा, चश्मा, घड़ी, लाठी आदी को रखकर एक विशेष काउंटर बनाया जा रहा है़ । हेमजाभारत के इस अनूठे पहल को पूरे जिले के शिक्षक व शिक्षाविद सराह रहें रहें है़ । विद्यालय के शिक्षक अरुण राजवंशी, राजेश रंजन और ललन कुमार ने सामाजिक मदद लेने में विशेष पहल करते रहे है ।

नवादा :बच्चो को गांधी का जीवन दर्शन समझाने के लिए विद्यालय भवन में उकेरे गए “बापू की पाती” कहानी के चित्र,खेल खेल में बच्चे पढ़ने की क्षमता कर रहे है विकसित