बिहार /डेस्क
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले आहूत राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल का व्यापक असर बिहार में भी देखने को मिला है ।राज्य के अलग अलग जिलों में बैंक कर्मी हड़ताल पर है ।जिससे ग्राहकों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।
सूबे के सीमावर्ती किशनगंज ,पूर्णिया ,कटिहार,सहित पटना ,भभुआ कैमूर आरा सहित अन्य जिलों में हड़ताल से ग्राहक परेशान दिखे । वहीं बैंक कर्मी अपने मांगो के समर्थन में सरकार विरोधी नारा लगाते दिखे है ।बिहार के भभुआ में हड़ताल का व्यापक असर पड़ा है ।यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले आज भभुआ के विभिन्न बैंक के कर्मी दो दिवसीय हड़ताल पर चले गए हैं ।
हड़ताल की वजह से विभिन्न बैंकों में ताला लटकते हुए नजर आया वहीं बैंक कर्मी बैनर पोस्टर के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नजर आए। 2 दिन की हड़ताल से लगभग डेढ़ सौ करोड़ का व्यवसाय प्रभावित होगा। यूनियन के अध्यक्ष अध्यक्ष राधेश्याम तिवारी ने बताया कि आज 15 और 16 मार्च को 2 दिन का राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान है जिसको लेकर के हम लोग आज से हड़ताल पर चले गए हैं मेरी मुख्य मांगे हैं कि बैंकों का निजीकरण बंद करो जनता की जो गाढ़ी कमाई है उसे सरकार कारपोरेट घरानों को सौंपना चाहती है बैंक का निजीकरण का विरोध हम लोग करते हैं ।श्री तिवारी ने कहा कि बैंकों का निजीकरण बंद करो मगर सरकार के कान पर जूं नहीं रेग रहा है सरकार अगर बैंकों का निजीकरण नहीं बंद किया तो हम लोग अनिश्चितकाल हड़ताल पर जाना पड़ेगा इसकी सारी जवाबदेही केंद्र सरकार के ऊपर होगा ।
कैमूर जिले में लगभग प्रतिदिन 70 से लेकर 80 करोड़ प्रतिदिन का व्यापार प्रभावित होगा ।वही सौरभ कुमार ने कहा कि हम लोग ग्रामीण मध्य बिहार ग्रामीण बैंक क्षेत्रीय कार्यालय के परिसर में हम लोग हड़ताल पर हैं और हम लोग की यही डिमांड है कि सरकार देश में बैंक को निजी करण को रोके जनहित में है इसलिए हम लोग 15 मार्च 16 मार्च 2 दिन का राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं अगर मेरी मांगे नहीं पूरी होगी तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे ।