डेस्क :कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने संसद के विशेष सत्र को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी संसद के विशेष सत्र का बहिष्कार नही करेगी ।पार्टी मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा की मंगलवार को कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में संसदीय दल की बैठक हुई। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर INDIA गठबंधन के नेताओं की बैठक हुई। उन्होंने कहा की हमने तय किया है कि हम संसद के विशेष सत्र का बहिष्कार नहीं करेंगे। यह हमारे लिए जनता के मुद्दों को सामने रखने का मौका है और हर पार्टी अलग-अलग मुद्दों को सामने रखने की पूरी कोशिश करेगी ।
श्री रमेश ने कहा की श्रीमती सोनिया गांधी जी ने PM मोदी को पत्र लिखकर कहा है कि यह सत्र बिना किसी वार्ता के मनमाने ढंग से बुलाया गया है।विशेष सत्र से पहले पार्टियों से बात कर एक कार्य सूची तैयार की जाती है, लेकिन इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है।
उन्होंने कहा की बुलेटिन के विशेष सत्र में पांचों दिन सरकारी बिजनेस की बात लिखी गई है, जो नामुमकिन है।हमने ठाना है कि जो मुद्दे हम पिछली बार नहीं उठा पाए थे, इस बार उठाएंगे।
श्री रमेश ने कहा की श्रीमती सोनिया गांधी
ने अपने पत्र में 9 मुद्दों का जिक्र किया है:
1. महंगाई, बेरोजगारी और MSMEs पर चर्चा हो।
2. सरकार ने MSP को कानूनी गारंटी देने की बात की थी, उसकी मौजूदा स्थिति पर बात हो।
3. अडानी मामले में JPC की मांग पर चर्चा हो।
4. जातीय जनगणना और जनगणना पर चर्चा हो।
5. संघीय ढांचों पर हो रहे हमले और गैर-BJP शासित राज्यों को उनके अधिकारों से वंचित किए जाने पर चर्चा हो।
6. हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ जैसी आपदा और कई राज्यों में बनी अत्यधिक सूखे की स्थिति पर बात हो।
7. लद्दाख-अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर चीन के अतिक्रमण पर चर्चा हो।
8. हरियाणा जैसे अनेक राज्यों में फैले साम्प्रदायिक तनाव पर बात हो।
9. मणिपुर की हिंसा पर सरकार स्थिति स्पष्ट करे।
श्री रमेश ने आगे कहा की हम उम्मीद करते हैं कि यह विशेष सत्र सिर्फ सरकारी एजेंडा के आधार पर नहीं होगा। अगर यह विशेष सत्र सरकारी एजेंडा के आधार पर है तो हम इसे स्वीकार नहीं करगें, यह परम्परा के खिलाफ है।