किशनगंज/इरफान
किशनगंज सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक अनिता कुमारी के दो माह के वेतन पर रोक लगाने से डा0 अनिता कुमारी ने सिविल सर्जन पर आरोप लगाया है कि जान जोखिम में डालकर कोविड 19 अस्पताल में ड्यूटी में तैनात रहने के बाद सम्मान के बजाय एक महिला चिकित्सक को अपमानित किया गया है।
सदर अस्पताल किशनगंज में कार्यरत चिकित्सक अनिता कुमारी ने जानकारी देते हुए कही की मै सिविल सर्जन के आदेश अनुसार कोरोना काल मे एमजीएम महेश बथना में लगातार पिछले मई माह से अपनी ड्यूटी में तैनात हुँ और इसी क्रम में मै अस्वस्थ्य हो गई।
इस दौरान चार दिनों तक अवकाश पर रही। लेकिन विडम्बना ही कहा जाय की माह जुन ओर जुलाई 2020 के वेतन को सिविल सर्जन द्वारा रोक लगा दी गई।जिससे मै मानसिक रूप से परेशान हूँ।जिससे मेरी आर्थिक स्तिथि चरमरा गई है।
इतना ही नही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जानबूझ कर मेरे वेतन पर रोक लगाना कंही न कहीं लेनदेन की बात लग रही है। जिसका मै सख्त विरोधी हूँ। उन्होंने कहा कि कोविड 19 से जुड़े प्रोत्साहन राशि को भी नहीं दी जा रही है। कोविड 19 से जुड़े सरकार द्वारा दी गई सभी सुविधओं से उन्हें वंचित रखा गया है ।
पूरे मामले पर सिविल सर्जन ने बताया की वेतन को लेकर कोई दिक्कत नहीं है, रिलीज हो गया है। कभी कभी बिना कहे छुट्टी में चले जाने से परेशानी हो जाती है।