बहादुरगंज/किशनगंज /निशांत चटर्जी
मिली जानकारी के अनुसार बिहार में लॉटरी की बिक्री पूर्ण रूपेण प्रतिबंधित है।जहां अवैध रूप से सीमापवर्ती क्षेत्र बिहार के किशनगंज जिले के अलग अलग प्रखंडों में बिकने वाली अवैध लॉटरी की रोकथाम हेतु लगातार कार्यवाही की जा रही है।
स्थानीय बुद्धिजीवी लोगों की माने तो लॉटरी की लत इन दिनों युवाओं पर काफी बुरा प्रभाव डाल रही है।खासकर के वे युवा जो 18 वर्ष के उम्र के बीच है वे लॉटरी की चक्कर में पड़कर अधिक धनवान बनने की चाह में इस दलदल में फंसते जा रहे हैं।बताते चलें कि इस दलदल में सिर्फ युवा नही बल्कि गरीब तबके के लोगों पर भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है।सूत्रों की माने तो गरीब तबके के लोग अपनी आमदनी का एक तिहाई इस लॉटरी के धंधे में झोंक दिया करते हैं।हालांकि यह व्यवसाय बिहार में प्रतिबंधित है परन्तु लॉटरी के कारोबारी प्रशासन की आंख में धूल झोंककर चल रहा है।
इसी क्रम में गुप्त सूचना के आधार पर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत कॉलेज चौक के समीप एक पान दुकान से पुलिस ने भारी मात्रा में अवैध लॉटरी की टिकट एवम कुछ रुपये बरामद करने का कार्य किया है।जहां मौके से एक आरोपी तनवीर आलम पिता स्व समशेर आलम बहादुरगंज निवासी को गिरफ्तार कर थाना कांड संख्या215।22 धारा 4/5बिहार बैंड ऑन लॉटरी एक्ट 1993के तहत उसे जेल भेज दिया है।