कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
नशीली दवाओं के दुष्परिणाम के बारे में मिडिल व हाई स्कूलों में अभियान चलाया जाएगा। इस बारे में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ एसएसए को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।जिसमें कहा गया है कि एंटी ड्रग कैंपेन के नारे पर स्कूलों में प्रतियोगिता आयोजित करते हुए गतिविधियों से संबंधित रिपोर्ट भी ईमेल पर भेजा जाए। नशीली दवाओं के दुष्परिणाम के बारे में जागरूकता के लिए अभियान चलाया जाएगा।
जिसके माध्यम से बच्चों व उनके अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा। स्कूल में नामांकित बच्चों की सुरक्षा और अधिकार के लिए सावधानीपूर्वक ध्यान देने की आवश्यकता है। इसलिए नशीली दवाओं के दुष्परिणाम के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके खतरे से लड़ने के लिए बच्चों को प्रेरित किया जाएगा। उन्हें स्वस्थ व जिम्मेदार जीवन व्यतीत करने और जागरूकता फैलाने के लिए स्कूलों में तरह-तरह की गतिविधियां संचालित करने का निर्देश दिया गया है। एंटी ड्रग कैंपेन की थीम पर निबंध लेखन ड्रॉइंग चित्र फोटोग्राफी आदि का आयोजन किया जाएगा। जो हर महीने स्कूल डिस्प्ले बोर्ड पर दिखाया जाएगा। स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर स्कूल में चित्रों की स्क्रीनिंग करने व नुक्कड़ नाटक व अभिभावकों के साथ चर्चा आदि कार्यक्रम करने का भी निर्देश दिया गया है।