कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
कैमूर जिले के दुर्गावती प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सरैयां स्थित जामा मस्जिद में रमजान के पाक महीने में 10 रोजा के बाद से चल रही तरावीह की नमाज मंगलवार को हाफिज रियाज ने मुकम्मल पढकर खत्म कराया। इस मौके पर कई मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा नमाज तराबीह अदा कर देश में अमन और चैन के लिए दुआ की गई। इस दौरान सरैयां की जामा मस्जिद में हाफिज रियाज ने कुरान पाक सुनाया । हाफिज रियाज ने लोगों को तकरीर के जरिए बताया कि मुसलमानों को अपनी जिंदगी में कुरान को मजबूती से पकड़े रहना चाहिए।
उन्होंने बताया कि हर मुसलमान को कलमा-ए-तय्यबा का जिक्र हर वक्त करते रहना चाहिए। जब कोई मोमिन पूरे महीने रोजा रखता है और फिर ईद की नमाज अदा करता है, तो अल्लाह उस बंदे के सर से लेकर पैर तक के सारे गुनाह माफ कर दिया करता है। तकरीर में उन्होंने बताया कि बहुत ही बदनसीब है, वो मोमिन बंदे, जो इस महीने की फजीलत को हासिल नहीं करते है और अल्लाह जो इस पाक महीने में अपने खजाने लूटा रहा है और बदनसीब बंदे उन्हें लूटते नहीं और छोड़ दिया करते है।
सभी मोमिनों से रोजे रखने और नमाज पढने को कहा. इस दौरान विशेष दुआ मांगी गई कुरान तराबीह खत्म होने के बाद दीन इस्लाम के बारे चर्चा किया गया।दुआ मे एक साथ कई लोगों का हाथ उठा देश में अमन चैन और मुल्क मे खुशहाली की दुआ मांगी गई। हाफिज रियाज ने नमाजियों को पूरा कुरान मुकम्मल पढ़कर सुनाया। कुरान तराबीह खत्म होने के बाद नमाजियों ने उनका फूल मालाओं के साथ अपने तरीके से स्वागत किया। मौके पर हाफिज फिरदौस अली, मैनुद्दीन शाह,शेरमुहम्मद शाह,हसन अली,मुबारक अली, तसउवर अली, सगीर हासमी, फारुख हासमी,अनवर, सहित कई लोग शामिल थे।