फारबिसगंज /बिपुल विश्वास
लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा आयोजित चार दिवसीय प्रधानाचार्य सम्मेलन का शुभारंभ रविवार को गंगा सरस्वती शिशु मंदिर श्री रानी सरस्वती विद्या मंदिर फारबिसगंज में आगंतुक अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।कार्यक्रम में सर्वप्रथम शहीदों के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किया गया।विद्या भारती बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम ने कहा आज आजादी के अमृत महोत्सव देश माना रहा है।
विद्या भारती ने भी अमृत महोत्सव में क्षेत्र के गुमनाम शहीदों को खोजकर उसकी जीवनी भैया बहनों को बता रहे हैं।प्रस्तावित उद्बोधन में लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने कहा शैक्षिक उन्नयन में प्रधानाचार्य की बहुत बड़ी भूमिका होती है।
इस चार दिवसीय प्रधानाचार्य सम्मेलन में सभी प्रधानाचार्य विगत सत्र की समीक्षा एवं आगामी सत्र की प्रभावी कार्य योजना तैयार करेंगे। लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सचिव मुकेश नंदन ने कहा विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान 1952 से शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रही है।
शिक्षा के माध्यम से भारत को पुनः जग सिरमौर बनाने में रत विद्या भारती ने अनेक उपक्रम खड़े किए है। विद्या भारती के चार आयाम हैं- देश की विद्वत् शक्ति को इस ज्ञान यज्ञ में आहुति देने के लिए विद्वत परिषद है। शिक्षा में क्रिया शोध कर उसे और अधिक उपयोगी बनाने के लिए शोध विभाग है। भारतीय संस्कृति मय जीवन बनाने हेतु संस्कृति बोध परियोजना है और अपने पूर्व छात्रों में दिए गए संस्कार अमिट रहें, इसके लिए पूर्व छात्र परिषद है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रंजीत कुमार वर्मा ने कहा किसी भी संस्थान की उत्कृष्टता उस संस्थान के उत्कृष्टता पर निर्भर करती है। मुख्य अतिथि अररिया के सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने कहा जिस राष्ट्र की शिक्षा नीति जितना अच्छा होगा वह देश उतना ही बड़ा सर्वश्रेष्ठ होगा।विद्या भारती के आचार्य शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में लगे हुए हैं। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को सर्वश्रेष्ठ एवं विश्वगुरु बनाएगी।उन्होंने कविता के माध्यम से सामान्य ज्ञान की बहुत ही रोचक जानकारी दी।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधायक विद्यासागर केशरी ने कहा शिशु विद्या मंदिर के आचार्य भैया बहनों का सर्वांगीण विकास करते हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन लोक शिक्षा समिति बिहार के संरक्षक रामकुमार केशरी ने किया।इस अवसर पर विद्या भारती बिहार के क्षेत्रीय संगठन मंत्री ख्यालीराम, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उत्तर बिहार के प्रांत प्रचारक रविशंकर, सत्यनारायण गुप्त, लोक शिक्षा समिति बिहार के प्रदेश सह सचिव रामलाल सिंह, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के उपाध्यक्ष सीताराम जायसवाल,सचिव डॉ सुशील प्रसाद नायक, सह सचिव शिवनारायण दास, कोषाध्यक्ष डॉ नेहा राज, रघुवीर अग्रवाल,प्रताप नारायण मंडल, रूपा घोरावत समेत दर्जनों पूर्णकालिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।