नवादा :10 किलोमीटर पैदल पहाडी रास्ता तय कर जितिया पर्व में उपवास रखकर वोट देने महिलाएं पहुंची मतदान केंद्र

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नवादा /रामजी प्रसाद एवं कुमार विश्वास

नवादा जिला के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र कौआकोल के पचम्बा बूथ पर वोटर 10 किलोमीटर पैदल पहाड़ियों का रास्ता तय कर अपने मतों का इस्तेमाल करने के लिए महिलाएं मतदान केन्द्र तक पहुंची है. सबसे खास बात ये रही कि जिउतिया पर्व के उपवास के बावजूद महिलाएं भी बड़ी संख्या में वोट करने के लिए पहुंचीं. कौआकोल के अति नक्सल प्रभावित इलाका दनिया, रानी गदर और झरावा के ग्रामीण कई वर्षों से कौआकोल के पचंबा में अपना मतदान का इस्तेमाल कर रहे हैं ।






क्योंकि वहां के ग्रामीणों का बूथ पंचम्भा में कई वर्ष पहले शिफ्ट कर दिया गया था.वर्ष 2014 लोकसभा चुनाव में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ होने के कारण बूथ को बदल दिया गया था क्योंकि नक्सलियों के द्वारा चुनाव कार्य में लगातार बाधा पहुंचाई जा रही थी. इसी कारण जिला प्रशासन को बहुत पहले ही बूथ को ट्रांसफर करना पड़ा और आज स्थिति यह है कि सड़क मार्ग से जुड़ा नहीं होने के कारण आज भी लोग पहाड़ियों का रास्ता ही तय कर हर काम के लिए पहुंचते हैं और आज वोट करने के लिए भी लोग उन्ही पहाड़ियों का रास्ता तय कर आते है ।

वोट देने के बाद लोग आराम फरमाते नजर आए क्योंकि फिर से उन्हें अपने घर वापस लौटना है।सड़क मार्ग से अगर वह सभी आते हैं तो जमुई होकर कुल 40 किलोमीटर लंबे सफर का फासला तय करना पड़ता है इसलिए लोग पहाड़ियों का ही रास्ता अपनाते हैं. ग्रामीण टिकैत सिंह, सरस्वती देवी, कंचन देवी, सुखदेव प्रसाद की मांग है कि कम से कम सड़क मार्ग को दुरुस्त कर दिया जाए ताकि लोग आसानी ने अपने गंतव्य तक पहुंच सके.






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