बिहार पंचायत चुनाव :जनप्रतिनिधि कैसा होना चाहिए ,जानिए क्या है युवा मतदाताओं की राय

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चंदन मंडल , गलगलिया (किशनगंज )

पंचायत चुनाव में हर कोई बेहतर उम्मीदवार के जीत की तलाश में है। सभी की इच्छा है कि उनका जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो लोगों के सुख-दुख का भागीदार बनें। चुनाव को लेकर अभी अटकलों का बाजार गर्म है। हर चौक-चौराहों पर चुनावी दंगल में आनेवाले पंचायत प्रतिनिधि की ही चर्चा हो रही है। पंचायत चुनाव को लेकर युवा क्या सोचते हैं। उनका जनप्रतिनिधि कैसा होना चाहिए। इसी बात को लेकर युवाओं से बातचीत की गई तो कई युवाओं ने अपनी राय बताई। पंचायत चुनाव को लेकर कई लोगों ने प्रतिक्रिया दी है लेकिन अधिकांश आम मतदाताओं ने एक स्वर से जीत के बाद पंचायत प्रत्याशी के बदल जाने की बात कही है। आपका प्रत्याशी कैसा हो, इस सवाल पर टका सा जबाब देते हैं कि जो जीत के बाद बदले नहीं। सभी जीतने से पहले सब अच्छा वादा करते हैं, लेकिन जीत के बाद सब भूल अपने विकास में लग जाते हैं।






युवाओं की दी गई प्रतिक्रिया कुछ इस प्रकार है:

कैसा पंचायत मुखिया होना चाहिए ? नीरज कुमार सहनी(ग्रैजुएशन बीएससी मैथ ऑनर्स ) : पंचायत का मुखिया सभी वर्ग को लेकर चलने वाला हो।जो इलाके के विकास के प्रति समर्पित हो। पंचायत इलाके के बिजली व रोजगार के क्षेत्र में काम कराने वाला होना चाहिए।

पंचायत के मुखिया विकास के प्रति समर्पित हो, जनहीत के मुद्दों पर तत्पर रहे एवं जाती व धर्म के बंधन में बंध कर काम करने वाला नहीं हो।
विकास के प्रति समर्पित हो, जो आम आदमी की परेशानी सुने और प्राथमिकता क आधार पर उसका समाधान कराए। जनप्रतिनिधि ऐसा हो जो जनता के दुखों को समझ सकें। ऐसा प्रतिनिधि ना हो कि लोग उनके पास समस्या लेकर जाएं और प्रतिनिधि की तरफ से विभिन्न प्रकार की उन्हें बातें सुनना पड़े। बल्कि तुरंत उनका समाधान करने वाला प्रतिनिधि हो।साथ ही आम लोगों के लिए चलायी जा रही लाभकारी योजनाओं का लाभ धरातल पर नहीं दिखता है।

युवाओं का कहना है जनप्रतिनिधि ईमानदार हों तो जनता की परेशानी समाप्त हो जाती है। इसीलिए सबका विकास करने वाला प्रतिनिधि की ही जरूरत और
लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील, ईमानदार एवं सर्वसुलभ होना चाहिए साथ ही अपनी सांस्कृतिक विशेषताओं को समझते हुए देश, राज्य एवं समुदाय को विकास के पथ पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकें।

युवाओं ने चुनाव को लेकर दी प्रतिक्रिया

गलगलिया में शिक्षा व्यवस्था कैसी है ?

नीरज कुमार सहनी : शिक्षा व्यवस्था और सुदृढ़ होनी चाहिए क्योंकि गलगलिया में हाई स्कूल तो है लेकिन हाई स्कूल में पर्याप्त शिक्षक नहीं है। यहां कक्षा 10 के विद्यार्थियों के लिए शिक्षक की कमी है। हाई स्कूल में शिक्षक नहीं होने के कारण कक्षा दस के विद्यार्थियों को कोचिंग लेना पड़ता है और कोचिंग के सहारे ही बच्चों को 10 पास करने के लिए यहां एक मात्र विकल्प है। जिससे विद्यार्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए गलगलिया हाई स्कूल में पर्याप्त शिक्षक होनी चाहिए।

क्या क्या समस्याएं हैं इलाके में ? नीरज कुमार सहनी :
गलगलिया बाजार की मुख्य सड़क , पेयजल व बिजली की बहुत ज्यादा समस्याएं हैं इलाके में । थोड़ी सी बारिश व हवा आती है तुरंत बिजली गुल हो जाती है। इसलिए इन सब समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान करने वाला मुखिया जनप्रतिनिधि चाहिए।

कैसे जनप्रतिनिधि की जरूरत है इस इलाके में ? राकेश कुमार सहनी (ग्रैजुएशन बीए हिस्ट्री ऑनर्स) :  जो व्यक्ति शिक्षित हो , क्योंकि एक शिक्षित व्यक्ति ही अपने कार्यों को अच्छी प्रकार समझकर निर्णय लेता है । 

किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध ना रखता हो । जिसे पंचायत व क्षेत्र के भूतकाल ,वर्तमान व भविष्य का ज्ञान हो,जिसे क्षेत्र की जरूरतों व कमियों का ज्ञान व चिंता हो ।जो किसी जाति विशेष का समर्थन ना करें ।
जो प्रत्यक्ष नेतृत्व करें । उन्होंने कहा कई बार दो पक्षों के बीच देखा गया है कि उनको सहयोग किया जाता है जो पैसे वाले होते है या खास व्यक्ति होते हैं।
जिसके पास समय हो । उन्होंने कहा कि कई बार प्रधान , उपप्रधान व मेंबर अपने कार्य में व्यस्त रहते हैं और उन्हें लोगों के लिए समय ही नहीं होता है।
जिसमें निर्णय लेने की क्षमता हो, जो समय और स्थिति के हिसाब से उचित व प्रभावशाली निर्णय ले सके ।जिसके निर्णय व कार्यों में पारदर्शिता हो। उन्होंने कहा बहुत जरूरी है कि हमारा प्रधान, उपप्रधान व वार्ड मेंबर जो भी कार्य करें,जो भी निर्णय लें उसमें पारदर्शिता हो और वह उस निर्णय व कार्य की सही जानकारी लोगों तक पहुंचा सके और पंचायत व क्षेत्र का विकास करें।

चंदन सहनी (दुकानदार) ने बताया कि पंचायत का ऐसा मुखिया हो जो कोई दुकानदार अगर किसी कारण वश किसी बड़ी समस्या में फंसा हुआ है। तो उन्हें हाथ पकड़कर उसे ऊपर उठाएं ना किसी के बहकावे में आकर किसी दुकानदार को अपने कदमों में झुका दें। आगे उन्होंने कहा गलगलिया बाजार में काफी समस्याएं हैं , बाजार में जलनिकासी नहीं होने की वजह से बाजार में जलजमाव की स्थिति उतपन्न हो जाती है। जिससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही बाजार में एक शौचालय की व्यवस्था भी होनी चाहिए।

वहीं विक्की राम (मजदूर) ने कहा रोजगार की तलाश में यहां के युवा दूसरे राज्यों के बड़े शहरों की ओर धड़ल्ले से पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा यहां रहने वाले कम पढ़े-लिखे युवा ही नहीं बल्कि शिक्षित युवा भी अच्छी कमाई की उम्मीद में घर छोड़कर बेरोजगारी से तंग आकर परदेश का रूख कर रहे हैं। सभी को रोजगार के लिए दिल्ली, मुंबई, गोवा, आदि शहरों में जाना पड़ता है। इसलिए यहां पर मजदूरों को काम देने वाले जनप्रतिनिधि की आवश्यकता है।






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