एएनएम् निशा भ्रांतियों को दूर करते हुए टीकाकरण के लिए लोगों को करती हैं जागरूक

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  • तमाम चुनौतियों के बावजूद गांव में नियमित जांच व टीकाकरण सत्र का कर रही संचालन
  • पात्र लाभुकों को कोविड टीकाकरण को करती हैं प्रेरित

किशनगंज /प्रतिनिधि

वर्तमान में कोरोना से बचाव को लेकर टीकाकरण चल रहा है। चुनौतियों से भरे इस दौर में कुछ कर्मी जनसेवा व समर्पण की मिसाल बन कर सामने आये हैं। जहां एक तरफ ग्रामीण क्षेत्रों में शिविरों के आयोजन में ग्रामीण जीविका की दीदियों एवम् आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया वहीं दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र में आयोजित टीकाकरण शिविरों में आशा एवम् ए.एन.एम. खुद को स्वास्थ्य कर्मियों की प्रथम पंक्ति में रखकर सराहनीय कार्य कर रही हैं । स्वास्थ्य विभाग के कई स्वास्थ्य कर्मी ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना काल में अपने परिवार से ज्यादा प्राथमिकता जनता की सेवा को दी है। ऐसी ही स्वास्थ्यकर्मी में एक नाम 28 वर्षीय ए.एन.एम निशा कुमारी का है। निशा कुमारी टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र बैगना में कार्यरत हैं | वर्तमान में वह टेढ़ागाछ प्राथमिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत आयोजित किए जा रहे टीकाकरण शिविरों के माध्यम से टीकाकरण करने का कार्य कर रही हैं । वह संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने, पीड़ित लोगों को जरूरी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के साथ-साथ उन्हें टीकाकरण के लिये प्रेरित करते हुए पूरे समुदाय को कोरोना से सुरक्षित करने की मुहिम में अब तक बेहद सफल साबित हुई हैं।







भ्रांतियों को दूर करते हुए लगाती हैं टीका :


टेढ़ागाछ प्रखंड किशनगंज से कुल 60 किलोमीटर दूर सुदूर क्षेत्र है| एएनएम निशा ने बताया उनका टीकाकरण स्थल ग्रामीण क्षेत्र में है जहां ज्यादातर लोग अशिक्षित व मजदूर तबके के हैं। ऐसे लोगों में टीकाकरण के प्रति बहुत तरह की सुनी-सुनाई भ्रांतियां फैली हैं जैसे कि टीका लगाने के बाद तबियत बिगड़ जाती है, आदि। एएनएम निशा ने बताया मैं टीका लगाने के साथ समय निकालकर ऐसे लोगों को उनके घर जाकर समझाती हूँ कि कोविड-19 टीका उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए लगाया जा रहा है। इसका कोई भी साइड इफेक्ट्स नहीं होता है। पहले हम सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने खुद इसका टीका लगाया है और अभी हमलोग पूरी तरह स्वस्थ हैं | इसलिए आपलोगों को भी टीकाकरण अभियान में शामिल होना चाहिए।

ग्रामीण क्षेत्रों में शाम 07 से 08 बजे तक लगाती हैं टीका :


एएनएम निशा ने बताया ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण का समय शाम पांच बजे तक ही है लेकिन ग्रामीण लोगों को समझा बुझा कर टीका लगाने में मुझे प्रायः देर हो जाती है। अगर मेरे पास टीका उपलब्ध रहता है तो मैं हमेशा यह कोशिश करती हूं कि इसे बहुत से लोगों को लगाकर खत्म किया जाए। इसके लिए टीकाकरण स्थल पर लोगों को टीका लगाने के बाद में नहीं आ रहे लोगों के घर जाकर उन्हें टीकाकरण के लिए जागरूक करती हूं। वृद्ध या दिव्यांगजन लोग जो टीका स्थल पर नहीं पहुंच सकते उन्हें उनके सुविधाजनक स्थल पर जाकर टीका लगाती हूं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत से लोग मजदूर तबके के हैं जो खेत-खलिहान से अपने काम समाप्त कर शाम 07 से 08 बजे तक घर आते हैं। अगर मेरे पास टीका उपलब्ध रहता है तो मैं ऐसे लोगों की प्रतीक्षा करती हूं और उनके आने पर उन्हें टीका जरूर लगाती हूँ।







स्वास्थ्य अधिकारी व ग्रामीण भी निशा के प्रयास के हैं कायल :


प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्दर कुमार ने बताया ए एन एम् निशा द्वारा ग्रामीण आबादी के बीच टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिए किया गया कार्य काफी सराहनीय है| उन्होंने टेढ़ागाछ के लगभग 2700 लोगों को टीका लगाने कार्य किया तथा प्रतिदिन कोविड जांच में हो या ट्रेसिंग कार्य में काफी सहयोग दिया | वह नियमित रूप से इन इलाकों में कोरोना जांच व टीकाकरण सत्र का संचालन कर रही हैं। उनके प्रयासों के कारण पंचायत संक्रमण की दूसरी लहर से ज्यादा प्रभावी नहीं हो सका। बाहर से आये कुछ प्रवासी इस दौरान संक्रमित मिले।

मुश्किल क्षेत्रों तक लोगों को सुरक्षित रखने के लिए टीका पहुंचा रहे स्वास्थ्य कर्मी :


सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने कहा जिले में ऐसे बहुत से क्षेत्र हैं जहां पहुँचना आसान नहीं है। विशेष रूप से टेढ़ागाछ प्रखंड एक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है जहां के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश के मौसम में पानी लग जाता है। वहां जाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को नावों का सहारा लेना पड़ता है। बहुत जगह नदी में पैदल ही जाना पड़ता है। स्वास्थ्य कर्मी द्वारा ऐसे जगहों में भी जाकर लोगों को टीका लगाया जा रहा है जिससे कि लोग कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षित रह सकें। उन्होंने कहा कि कोविड का टीका लगाने से लोगों में संक्रमण से मृत्यु की सम्भावना कम हो जाती है और यह संभावित तीसरी लहर में भी संक्रमित होने से बचाने में सहायक है। इसलिए सभी लोगों को टीका जरूर लगाना चाहिए।




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