सरकारी विद्यालयों में पाठ्य पुस्तक का अभी तक नहीं हुआ वितरण छात्र छात्राएं किताबों से वंचित, शिक्षा विभाग पर उठा सवाल

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टेढ़ागाछ/विजय कुमार साह

किशनगंज जिले के सुदूरवर्ती टेढ़ागाछ प्रखंड मुख्यालय स्थित प्लस टू उच्च विद्यालय में वर्ग 6 व 7 के करीब 40 छात्र-छात्राएं अब तक पाठ्यपुस्तकों से वंचित हैं। जबकि शैक्षणिक सत्र 2024-25 की शुरुआत अप्रैल में ही हो चुकी है, जुलाई तक चार माह बीत जाने के बावजूद विद्यार्थियों को अनुदानित किताबें नहीं मिल पाई हैं।

इससे बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। कक्षा 6 की सुप्रिया कुमारी, सोनम कुमारी, अमद परवीन, माहिया बेगम, रूपेश कुमार राम, खुशबू कुमारी, असरानी परवीन, इमराना खातून और कक्षा 7 की फैंसी बेगम, कल्पना कुमारी, सुधा कुमारी, चांदनी कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, राधिका कुमारी, नेहा कुमारी, ताजिया बेगम, सीमा मुर्मू, रश्मि टुडू, प्रीतम कुमार, जितेंद्र कुमार, फुलमणि सोरेन सहित अन्य छात्रों ने बताया कि वे शिक्षक की बातों को सुनकर ही पढ़ाई कर रहे हैं, क्योंकि किताबें उपलब्ध नहीं हैं।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार यादव ने पुष्टि करते हुए कहा कि संबंधित विभाग को कई बार फोन व पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई। शिक्षकों द्वारा अपने प्रयासों से पढ़ाई करवाई जा रही है, परंतु बिना किताबों के गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई संभव नहीं। अभिभावकों का कहना है कि सरकार एक ओर शिक्षा के अधिकार और सशक्तिकरण की बात करती है, वहीं शिक्षा विभाग की लापरवाही जमीनी स्तर पर इन दावों को झुठला रही है।


मिली जानकारी के मुताबिक जिले के कई विद्यालयों में पाठ्य पुस्तक अभी तक नहीं दिया गया है। जिसकी वजह से बच्चे परेशान है ।यह बच्चों के भविष्य के साथ यह सीधा खिलवाड़ है।अब अभिभावकगण और छात्र-छात्राएं जिला पदाधिकारी से गुहार लगाते हुए मांग कर रहे हैं कि इस गंभीर मामले में त्वरित हस्तक्षेप कर संबंधित पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और किताबों की उपलब्धता जल्द सुनिश्चित कराई जाए।

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