डेस्क:यूपीएससी द्वारा आयोजित आईएफएससी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले कर्मठ युवा आदित्य झा पिता प्रोफेसर विष्णुकांत झा, माता श्रीमती मधु देवी ग्राम पौआखाली खानाबड़ी बहादुरगंज किशनगंज सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में रहकर युवा पीढियो के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।

अखिल विश्व गायत्री परिवार के वरिष्ठ प्रज्ञा पुत्र श्यामानंद झा सेवानिवृत प्रधानाध्यापक राष्ट्रपति पुरस्कार सहित अन्य विभिन्न रचनात्मक क्षेत्र में कार्य करने के लिए 11 पुरस्कारों से सम्मानित अपनी टीम के साथ राम जानकी मंदिर खाना बाड़ी के पावन प्रांगण में विभिन्न क्षेत्रों से आए विभूतियों की उपस्थिति में आदित्य झा उनके पिता प्रोफेसर विष्णुकांत झा सहित सभी प्रतिभा संपन्न व्यक्तित्व को सम्मानित किया।

विद्वानों की सभा को संबोधित करते हुए श्री श्यामानंद झा ने कहा पद प्राप्त करना प्रतिष्ठा की बात है किंतु राष्ट्र हित में अपनी प्रतिभा का नियोजन करना गौरव की बात है। हमारा राष्ट्र 21वीं सदी के लिए गुरुत्व का निर्वहन करने जा रहा है इसलिए ऐसे युवा प्रतिभाओं को आगे बढ़कर वयं राष्ट्रेजागृयाम पुरोहिता की भूमिका में काम करने की आवश्यकता है क्योंकि समय की यही मांग है। भविष्य वक्ताओंऋषियों संतो मनीषियो ने उद्घोष किया है समय की मांग पर चलने वाला इंसान को महानता की श्रेणी में लाकर श्रेय सम्मान से भर देता है अन्यथा समय के विपरीत चलने वाले को समय मसाले की तरह पीस भी देता है। अतः हम जहां हैं वहीं से राष्ट्र सेवा के भाव से कार्य करें बड़ी कृपा होगी। हर्ष उल्लास के साथ उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए समारोह की समाप्ति की गई एवं इसकी महत्ता को अन्य विद्वानों ने भी संबोधित किया।