पलक साहा, नैंसी सिन्हा एवं आदित्य दुबे को किया गया सम्मानित
किशनगंज /प्रतिनिधि
शान्तिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में आओ गढ़ें संस्कारवान पीढ़ी’ अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया। रविवार को तेघरिया गायत्री शक्तिपीठ में गर्भधारण पूर्व की तैयारी, गर्भ संस्कार तथा आदर्श दिनचर्या अपनाकर एक महान संतति के जन्म की प्रक्रिया पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी ।

एजीएसपी पश्चिम बंगाल समन्वयक रामानुज तिवारी सह समन्वयक डॉ0 विजय अग्रवाल ट्रस्टी सुदामा राय सहायक ट्रस्टी मिक़्क़ी साह व जिला संयोजक सौरभ कुमार ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया ।

परिजनों ने सभी अतिथियों को मंत्र चादर व तिलक पुष्प के साथ उनका स्वागत किया गया । इस अवसर पर एजीएसपी समन्वयक रामानुज तिवारी ने कहा कि वैदिक कालीन संस्कारों की परंपम्परा को पुनः जाग्रत करने की जरूरत है ।

पुंसवन संस्कार एक तरह का आध्यत्मिक टीकाकरण है जो आत्मा के मलिन संस्कारों से मुक्ति दिलाता है। प्राचीनकाल में हमारे ऋषि संस्कारों के माध्यम से भावी पीढ़ी को युग के अनुकूल बनाते थे। आज यह परम्परा फिर से तेज करनी होगी।
डॉक्टर विजय अग्रवाल ने कहा कि माँ के आहार विहार, चिंतन, जीवन शैली का गर्भस्थ शिशु पर पूरा असर होता है। माँ बच्चे की पहली गुरु है। पुसंवन संस्कार से स्वस्थ, सुंदर और गुणवान संतान पूरी तरह संभव है। पुसंवन संस्कार गर्भवती महिला को आत्मिक रूप से सबल बनाता है।

सामवेद में इस संस्कार का उल्लेख मिलता है। जब गर्भ जब दो-तीन महीने का होता है तब गर्भस्थ शिशु के पूरे विकास के लिए पुंसवन संस्कार किया जाता है। स्त्री के गर्भ में तीसरे महीने से शिशु का शरीर बनना शुरू हो जाता है जिसके कारण शिशु के अंग और संस्कार दोनों अपना स्वरूप बनाने लगते हैं। गर्भस्थ बच्चे पर माता-पिता के मन और स्वभाव का गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए माता को मानसिक रूप से गर्भस्थ शिशु की ठीक तरह से देखभाल करने योग्य बनाने के लिए यह संस्कार कराया जाता है।
मां की पाठ शाला का संचालन और सुझाव, श्रीमती रीता शर्मा ने प्रोजेक्टर के माध्यम से बताया । हम अपने आने वाले पीढ़ी को कैसे गुरु परम्पराओं से जोड़ सकते है । उन्हें श्रेष्ठ व सबल बना सकते है । इस दौरान गायत्री परिवार ट्रस्ट के द्वारा सीबीएससी बोर्ड में जिला टॉपर करने पर आदित्य दुबे एवं पलक साहा, नैंसी सिन्हा को शॉल व गुरुदेव रचित साहित्य देकर उन्हें सम्मानित किया गया । ओर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिये शुभकामनाएं दिया । कार्यक्रम में बिहार बंगाल पुर्णिया कटिहार अररिया किशनगंज इर सिलीगुड़ी से आए सैकड़ो परिजन आगनबाड़ी बहनें सेविका सहायिका ओर एएनएम दीदी गायत्री परिवार के सक्रिय परिजनों की भागीदारी रही
इस अवसर पर रश्मि प्रकाश रेखा अग्रवाल रूबी सिन्हा मनोज मायकान्त झा अधिवक्ता शिशिर दास परमानंद यादव हेमंत चौधरी सत्यनारायण पंडित प्रवीर सुमित साहा प्रसुन्न दुर्गा कुमारी भारती ठाकुर मधु सोम कमला पंडित गीता देवी पंडित कुष्पत राय नवीन मल्लाह मनोज सिन्हा विशाल स्वर्णकार सदानन्द सिन्हा पूरन माझी बागेश्वर सिंह आशुतोष बलराम ठाकुर ब्रजेश चन्द्र अभय रंजन सिन्हा जिला संयोजक सौरभ कुमार मौजूद रहे ।