65 साल के कांग्रेस शासन में क्यों नहीं हुआ जातीय जनगणना : डॉ दिलीप कुमार जायसवाल

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महागठबंधन की बैठक से नहीं पड़ेगा कोई फर्क

पहलगाम के आतंकियों को दी जाएगी कठोर सजा

किशनगंज /राजेश दुबे

केंद्र सरकार के द्वारा आगामी जनगणना में जातीय जनगणना को शामिल किए जाने के बाद इसका श्रेय लेने की होड़ मची हुई है। जिसपर बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने तंज कसा है।

किशनगंज में बात करते हुए उन्होंने कहा कि श्रेय उसी को मिलता है जो काम करता है, डॉ जायसवाल ने कहा कि जब बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का निधन हुआ उस वक्त नेहरू गांधी परिवार ने बाबा साहब को दफन करने के लिए दिल्ली में दो गज जमीन तक नहीं दिया, बाबा साहब के शव को मुंबई ले जाना पड़ा और उसका भी किराया नेहरू परिवार ने मांगा और उनकी पत्नी को प्रताड़ित करने का काम किया गया।

जबकि नेहरू परिवार के किसी व्यक्ति का निधन हुआ तो स्मारक बनाने के लिए 50 एकड़ जमीन पहले से ही आवंटित कर दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब का स्मारक बनाने के लिए एक गज जमीन दिल्ली में नहीं दिया गया।जिसके बाद केंद्र में जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी तो 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में भव्य स्मारक बनाने का कार्य किया ।

उन्होंने कहा कि जो काम करता है जनता उसी को जानती है। उन्होंने कहा कि जो लोग आज जातीय जनगणना और निजी क्षेत्र में आरक्षण की मांग कर रहे है कि और बोल रहे है कि यह मेरी मांग थी तो आजादी के 65 वर्षों तक क्यों नहीं लागू कर दिया गया जबकि उनकी सरकार थी।


पटना मे महागठबंधन नेताओं की बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बैठक का कोई असर पड़ने वाला नहीं है,उन्होंने कहा कि बैठक चलता रहता है उससे भाजपा का कोई लेना देना नहीं है। डॉ जायसवाल ने पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ की जा रही कारवाई को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि कायराना आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है।यह देश कभी आतंकियों और पाकिस्तान को माफ नहीं करेगा ।उन्होंने कहा कि धरती के नीचे भी यदि आतंकी छुप जाएंगे तो उन्हें ढूंढ कर सजा देने का काम किया जाएगा ।

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65 साल के कांग्रेस शासन में क्यों नहीं हुआ जातीय जनगणना : डॉ दिलीप कुमार जायसवाल

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