किशनगंज /प्रतिनिधि
दिल्ली पब्लिक स्कूल किशनगंज में भारतीय संविधान के शिल्पकार, महान समाज सुधारक और भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती अत्यंत श्रद्धा, सम्मान और प्रेरणात्मक वातावरण में मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय परिसर में डॉ. अंबेडकर जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई, जिसमें स्कूल के डायरेक्टर श्री आसिफ इक़बाल, प्रिंसिपल, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।

डॉ. अंबेडकर का जीवन एक अद्वितीय प्रेरणा है जो यह सिखाता है कि शिक्षा ही वह शक्ति है जो सामाजिक असमानता को समाप्त कर एक समतामूलक समाज की स्थापना कर सकती है। उनका यह संदेश – “शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो” आज भी युवाओं के लिए एक अमूल्य मार्गदर्शन है।
इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर श्री आसिफ इक़बाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा –
“डॉ. अंबेडकर का जीवन दर्शाता है कि कठिन परिस्थितियों में भी यदि कोई व्यक्ति शिक्षा को अपना साथी बना ले, तो वह न केवल अपने जीवन को संवार सकता है, बल्कि पूरे समाज को एक नई दिशा दे सकता है। हमें भी उनके पदचिन्हों पर चलकर शिक्षा, समानता और न्याय के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।”
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल की प्रिंसिपल फड़हिन इक़बाल का विशेष योगदान रहा। साथ ही शिक्षकों – विवेक, प्रियंका रॉय, मसी सर, इंजार आलम, निती सुब्बा, कुसेश गिरी, जा सर और समस्त शिक्षक-शिक्षिकाओं ने अपने सहयोग और समर्पण से इस आयोजन को एक प्रेरणादायी रूप प्रदान किया।
विद्यार्थियों ने इस अवसर पर भाषण, कविता, पोस्टर प्रदर्शनी और लघु नाटिका के माध्यम से डॉ. अंबेडकर के विचारों को सजीव किया। सभी प्रस्तुतियों की सराहना की गई और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
यह कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि का माध्यम था, बल्कि यह नई पीढ़ी को डॉ. अंबेडकर के विचारों, शिक्षा के प्रति उनके समर्पण, और सामाजिक समानता की भावना से जोड़ने का एक प्रभावशाली प्रयास था।