किशनगंज/पोठिया/राज कुमार
कॉलेज ऑफ फिशरीज, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ( BASU), किशनगंज में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। महिला दिवस के उपलक्ष्य में निबंध लेखन प्रतियोगिता और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें विद्यार्थियों ने “For All Women and Girls: Rights, Equality, Empowerment” (सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार, समानता, सशक्तिकरण) विषय पर अपने विचार व्यक्त किए। इन प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने महिलाओं के अधिकारों, समाज में उनकी स्थिति और सशक्तिकरण के महत्व पर अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की एक और प्रमुख आकर्षण कैम्पस मैराथन दौड़ रही, जिसमें छात्राओं के साथ-साथ महिला संकाय सदस्यों ने भी हिस्सा लिया। यह दौड़ महिलाओं के शारीरिक और मानसिक सशक्तिकरण का प्रतीक बनी।
सभी प्रतिभागियों ने जोश और ऊर्जा के साथ दौड़ पूरी की, जिससे पूरे परिसर में उत्साह का माहौल बन गया। कैम्पस मैराथन, निबंध लेखन और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन किया। कैम्पस मैराथन दौड़ में अपनी तेज़ रफ्तार और अद्भुत सहनशक्ति के साथ रौशनी कुमारी ने पहला स्थान हासिल किया, जिससे उन्होंने सभी को प्रेरित किया। निबंध लेखन प्रतियोगिता में अवंतिका राज ने अपनी विचारशीलता और सशक्त लेखन शैली से प्रथम स्थान प्राप्त किया। पर गहरी छाप छोड़ी।
वहीं, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रज्ञा सावन ने अपनी रचनात्मकता और संदेशपरक कला के माध्यम से पहला स्थान हासिल किया, जिसने महिला सशक्तिकरण के महत्व को प्रभावी ढंग से दर्शाया। इन विजेताओं की उपलब्धियाँ न केवल उनकी मेहनत और प्रतिभा का प्रमाण हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि जब महिलाओं को अवसर मिलता है, तो वे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। इस सफल आयोजन में महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. सुदेष्णा सरकार और सदस्य डॉ. पूजा सकलानी व डॉ. रुपम समंता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनके कुशल नेतृत्व और समर्पण से कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ। कॉलेज के डीन डॉ. वी. पी. सैनी ने महिला प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा, “महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हमें एक सकारात्मक और प्रोत्साहित करने वाला वातावरण देना होगा। यह खुशी की बात है कि हमारी छात्राएँ हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं।”
उन्होंने सभी महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने और सशक्त बनने के लिए प्रेरित किया। कॉलेज की सभी महिला संकाय सदस्यों ने मैराथन में भाग लेकर छात्राओं को प्रेरित किया और महिलाओं को आत्मनिर्भर के लिए प्रेरित किया। इस आयोजन ने कॉलेज परिसर में महिलाओं के अधिकारों और सशक्तिकरण का संदेश फैलाया और सभी को यह याद दिलाया कि समाज के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी जरूरी है।