पौआखाली/रणविजय
विद्या, कला और संगीत की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा आराधना पौआखाली नगर क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न होने के बाद बुधवार की देर शाम विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित प्रतिमाओं का धूमधाम से विसर्जन कर दिया गया है. इस दौरान भक्तों ने नम आंखों से मां को अंतिम विदाई दी है. दुर्गा मंदिर परिसर स्थित वीणापाणि संघ, काली मंदिर स्थित नानकार महादलित टोला, मिस्त्री पट्टी व अन्य सभी पूजा समितियों के द्वारा इस दौरान भव्य विसर्जन जुलूस निकाला गया, जिसमें काफी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ी थी.

विसर्जन जुलूस में शामिल प्रतिमाओं के अंतिम दर्शन हेतु नगर में जगह जगह लोग अपने घर के बाहर और छत की बालकनी में भाव विहल मुद्रा में खड़े नजर आए. इधर ढोल गाजे बाजे की धुन में नाचते थिरकते और मां सरस्वती की जयकारे लगाते भक्तों की टोली नगर के मुख्य मार्ग में लक्ष्मी चौक, अस्पताल रोड, पंचायत भवन, नानकार टोला, हाईस्कूल रोड काली मंदिर चौक, चूड़ीपट्टी, फूलबाड़ी, केलाबाड़ी चौक से गुजरते हुए पबना स्थित बूढ़ी कनकई नदी पहुंचा, जहां बारी बारी से प्रतिमाओं को बूढ़ी कनकई नदी के जल में विसर्जित किया.
विसर्जन जुलूस में थानाध्यक्ष आषुतोष कुमार मिश्रा, सअनि अंगद कुमार प्रसाद दलबल के साथ मुस्तैद रहें. इनसे पहले मंगलवार को भी बालक संघ की प्रतिमा का विसर्जन किया गया था. विसर्जन जुलूस में नगर के मुख्य उपमुख्य पार्षद अहमद हुसैन उर्फ लल्लू, अबूनसर आलम, पूर्व पंसस प्रदीप सिन्हा, सुधीर यादव, राजा दास, सचिन साह, गणेश राय सहित स्थानीय नागरीकगण शामिल रहें.