निदेशक अनिल कुमार सिंह ने विद्यालय का विकास रिपोर्ट किया प्रस्तुत
किशनगंज /प्रतिनिधि
डे मार्केट स्थित जी ० बी ० एम ० स्कूल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्मजयंती पर प्रतिवर्ष विद्यालय का स्थापना दिवस मनाया जाता है | इस वर्ष भी काफी हर्षोल्लास के साथ 48वाँ स्थापना दिवस मनाया गया | इस अवसर पर प्रातःकालीन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विद्यालय निदेशक अनिल कुमार सिंह में दीप प्रज्ज्वलित कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया तथा कार्यक्रम का शुभारंभ किया | स्वागतगान के उपरांत अनिल कुमार सिंह ने अपने सम्बोधन में विद्यालय का विकास रिपोर्ट प्रस्तुत किया ।साथ ही उन्होंने वर्तमान राजनैतिक एवं सामाजिक परिपेक्ष्य में नेताजी की प्रासंगिकता को अनिवार्य बताया तथा यह भी कहा कि नेताजी जैसे व्यक्तित्व को किताब के पन्नों तक सीमित नहीं रखा जा सकता है।

इस प्रभातकालीन मुख्यातिथि छात्र – छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम को देख मन्त्रमुग्ध हुए तथा इन्हें शिक्षा का ही कलात्मक पक्ष बताया |

संध्याकालीन कार्यक्रम के मुख्यातिथि जिलाधिकारी विशाल राज (भा०प्र०से०) के सानिध्य में जिला शिक्षा पदाधिकारी नासिर हुसैन, सचिव इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी आभाष कुमार, मनीष जालान, वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत दास तथा विद्यालय निदेशक अनिल कुमार सिंह ने दीप प्रज्जवलित किया एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ किया ।

कार्यक्रम का शुभारंभ छात्राओं द्वारा स्वागत गान गणेश वंदना से हुआ।जिला पदाधिकारी श्री विशाल राज ने उपस्थित लोगों का संबोधन करते हुए बताया कि आज शिक्षा के साथ साथ अन्य क्रियाकलापों का होना भी अनिवार्य है। ऐसे क्रियाकलाप बच्चों को समाज से अवगत करवाते है और सफल जीवन बिताने में मदद करते है। जिला शिक्षा पदाधिकारी जनाब नासिर हुसैन ने बच्चों का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि जी ०बी ० एम० स्कूल किशनगंज जिला का सबसे पुराने विद्यालयों में से एक है और यहाँ सभी बच्चों के लिए उचित संसाधन मौजूद है, जिसका उपयोग कर बच्चें अपने जीवन में अपार सफलता प्राप्त कर सकते है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत दास ने बच्चों को बताया कि कैसे विद्यालय ने एल० बी० एम० स्कूल से जी० बी० एम० स्कूल का सफर तय किया और अपना पहचान बनाया। सचिव रेड क्रॉस सोसाइटी आभाष कुमार (मिक्की साहा) ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि विद्यालय अच्छे संकायों से भरा पूरा है और सभी बच्चों को अपने शिक्षकों की बात माननी चाहिए, क्योंकि कोई भी शिक्षक बच्चों के दुश्मन नहीं हो सकते है। छात्र – छात्राओं के सांस्कृतिक क्रियाकलाप को देख मुख्यातिथि काफी प्रसन्न हुए तथा अपने वक्तव्यों में इसके लिए बच्चों को अभिप्रेरित भी किया |
छोटे बच्चों द्वारा रेट्रो गीत के सहायता से पुराने समय के लोगों के जीवन को दर्शाया गया।बड़े बच्चों ने नाटक से दर्शकों को घर में बुजुर्ग के होने का महत्त्व समझाया| प्रत्येक कार्यक्रम एक से बढ़कर एक था | सभी दर्शकों ने सम्पूर्ण कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया और सरहाना की।
उपरोक्त कार्यक्रम को परवान चढ़ाने में विद्यालय के प्रशासक अतुल कुमार रौशन का महत्वपूर्ण योगदान रहा ।कार्यक्रम में मुख्य रूप से हरी अग्रवाल, डॉ. फरज़ाना बेगम ,मो कलीमुद्दीन , दिनेश झा, तथा सोनू कुमार मौजूद थे ।कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित कुमार दत्ता , विकास झा, के ० एन ० झा , खुर्शीद अलम, सुमन ठाकुर, रिया कुमारी, ममता कुमारी, इप्शिता रॉय , रश्मि खातून, रश्मि कुमारी, मुस्कान नाज, श्वेता यादव, चित्रा सरकार तथा कुबरी केशरी का सराहनीय योगदान रहा ।