कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने 1000 बस भेजने का किया था वायदा
महामारी के नाम पर गंदी राजनीति तेज
देश /डेस्क
देश में covid 19 का आंकड़ा 1 लाख के पार पहुंच चुका है ।हजारों की संख्या में मजदूर विस्थापित होकर कठिनाइयों का सामना कर रहे है । उसके बावजूद देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी मजदूरों को मदद करने के नाम पर घटिया मज़ाक कर रही है ।मालूम हो कि तीन दिन पहले पहली बार सड़कों पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी दिखाई दिए थे और दरियादिली दिखाते हुए श्रमिको को अपनी गाड़ी मुहैया करवाई थी और मदद भी किया था ।लेकिन शाम को जब उनके आवास पर दर्जनों छत्तीसगढ़ के मजदूर मदद की गुहार ले कर पहुंचे तो उन्हें दुत्कार दिया गया ।सवाल उठता है कि यह कैसी दरियादली की कैमरे के आगे तो आंसू बहा रहे थे राहुल गांधी लेकिन ऑफ कैमरा में वहीं आंसू सूख गया था ।फिर दूसरा वक्तव्य आया प्रियंका गांधी का जिन्होंने कहा की हम 1000 बसों के जरिए मजदूरों को उनके घर पहुंचाएंगे लेकिन यूपी की योगी सरकार अनुमति नहीं दे रही है ।कांग्रेस नेताओं ने इस मामले को लेकर खूब हल्ला मचाया और अपने नेत्री का गुणगान करने लगे । कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया पर बस का फर्जी फोटो भी सोशल मीडिया पर साझा कर दिया कि हमारी बसे खड़ी है । लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तीन दिन से सूची मांगी जा रही है लेकिन प्रियंका गांधी बसों कि सूची नहीं दे रही है ।वहीं अब सारे राजनीतिक मान मर्यादा को ताक पर रख कर कांग्रेस पार्टी द्वारा 300 गाड़ियों की जो सूची भेजी गई है
इमरान प्रतापगढ़ी द्वारा उनके नंबर चेक करने पर कुछ बसें हैं, बांकी टाटा 407, टाटा 709, Chevrolet Beat, बजाज 3 पहिया ऑटो रिक्शा और शेष नंबर वेरीफाई ही नहीं हो रहा है ।समझ सकते है कि किस तरह की राजनीति कांग्रेस द्वारा कि जा रही है इस महामारी के दौर में ।