विधवा महिला से रिश्वत लेने और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर हुई कारवाई
किशनगंज/ प्रतिनिधि
वन स्टॉप सेंटर महिला हेल्प लाइन किशनगंज की केंद्र प्रशासक शशि शर्मा सहित तीन कर्मियों को कार्य मुक्त किया गया है। मालूम हो कि महिला एवं बाल विकास निगम के द्वारा यह कारवाई की गई है ।विभाग ने किशनगंज जिला पदाधिकारी विशाल राज को पत्र लिख कर शशि शर्मा ,मेनका कुमारी, सोना दास को अपने कर्तव्यों का पालन सही से नहीं करने और पद का दुरुपयोग करने का दोषी पाते हुए तीनों को पद से मुक्त करने के साथ ही शशि शर्मा के खिलाफ गलत रास्ता दिखाने और अभद्र भाषा का प्रयोग करने के लिए शशि शर्मा पर प्राथमिकी दर्ज करने का भी आदेश जारी किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा लेटर जारी किया गया है जसमें साफ तौर पर लिखा है कि शशि शर्मा,अपने कर्त्तव्य एवं दायित्वों का निर्वहन सही ढंग से नहीं करने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उन्हें पद का दुरूपयोग करने के आरोप में कार्य मुक्त किया गया है।
शशि शर्मा पर पीड़िता नुसरत परवीन के साथ अभद्र भाषा का उपयोग करने तथा गलत कार्य करने हेतु प्रेरित करने के लिए भारतीय न्याय संहिता के उचित धारा के तहत तथा केन्द्र प्रशासक, महिला हेल्पलाईन-सह-वन स्टॉप सेंटर, किशनगंज द्वारा लोक सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों को पालन नहीं करने एवं पीड़िता को जानबूझकर नुकसान पहुँचाने के लिए भारतीय न्याय संहिता के उचित धारा के तहत विधिसम्मत् प्राथमिकी दर्ज करवाने की कार्रवाई की जाए। मालूम हो कि पति के निधन के बाद ससुराल पक्ष से अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रही एक महिला ने उनपर काउंसिलिंग के दौरान अभद्र बातें करने का आरोप लगाया है।
विधवा ने यह भी कहा था कि शशि शर्मा ने ससुराल पक्ष से 1.5 लाख रुपए रिश्वत भी लिया है। पीड़िता के अनुसार शशि शर्मा ने उससे यहां तक कहा कि तुम इतनी खूबसूरत हो, जवान हो…तो क्यों नहीं अपनी खूबसूरती और जवानी का फायदा उठाती हो। तुम तो कुछ और भी करके पैसा कमा सकती हो। किसी पैसे वाले मर्द को रिझा लो तो रोज 10-20 हजार रुपए ऐसे ही कमा लोगी। फिर क्यों अपने मरे हुए पति के धन के लिए मरी जा रही हो। वही विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि तीन दिनों के अंदर विज्ञापन निकाल कर नियोजन की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए ताकि वन स्टॉप सेंटर का कार्य सुचारू रूप से चल सके