बच्चे को बरामद कर चाइल्ड लाइन को किया सुपुर्द.
पुलिस गंभीरता से मामले की कर रही है जांच
अररिया / अरुण कुमार
अररिया जिला के रानीगंज प्रखंड क्षेत्र में सनसनीखेज घटना घटित हुई है।रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा पंचायत के वार्ड संख्या 6 में कर्ज से परेशान एक मां -बाप ने अपने हीं डेढ़ वर्षीय बेटा को 9 हजार रु.में बेच दिया था.जानकारी के मुताबिक पचीरा पंचायत के वार्ड संख्या 6 निवासी रेहाना व मो.हारून ने 50 हजार रु.समूह लॉन किसी फाइनेंस से लिया था.
जिस कर्ज को वह चुकाने में असमर्थ हो गए थे.जिस कारण फाइनेंस के एजेंट बार -बार उनके घर पर आकर किस्त की मांग करता था .आखिरकार एजेंट के द्वारा लगातार परेशान किए जाने के बाद फाइनेंस का कर्ज चुकाने के लिए मां -बाप ने थक हारकर अपने डेढ़ वर्षीय बेटा गुफरान को हीं 9 हजार रु.में बेच कर फाइनेंस का कर्ज चुकाने को सोचा.
उक्त बच्चा को मां -बाप ने नौ हजार रूपए में बेच भी दिया.जिसके बाद कर्ज चुकाने के लिए मां -बाप के द्वारा अपने हीं बेटे को बेचे जाने का मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।सोशल मीडिया पर बच्चा बेचे जाने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए रानीगंज थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेंदु ने थाना सनहा संख्या 1141/24 दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई.
थाना के अपर थानाध्यक्ष कनकलता,दारोगा चन्दन कुमार सहित पुलिस बल ने बच्चा खरीदने वाले आरोपी डुमरिया वार्ड संख्या दस निवासी मो.आरिफ के घर पर पहुंचकर बच्चा को बरामद कर थाना लाया .जहां बबच्चे के पिता व बच्चा खरीदने वाला व्यक्ति से जरुरी पूछताछ किया गया.
फिर पुलिस द्वारा बरामद किए गए बच्चा को रानीगंज पुलिस ने बाल कल्याण समिति अररिया को सुपुर्द कर दिया.बेचे गए बच्चे को अविलंब बरामद कर बाल कल्याण समिति के हवाले किए जाने व पुलिस के तत्परता से बच्चा का बिकने से बच जाने के कारण रानीगंज के लोग रानीगंज पुलिस की कार्यशैली की काफी प्रशंसा कर रहे हैं.तो दूसरी ओर लोग फाइनेंस कर्मी के खिलाफ प्रशासन से कड़ी कारवाई का मांग कर रहे हैं.
अररिया एएसपी रामपुकार सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी सोशल मीडिया के द्वारा थाना अध्यक्ष को मिली थी। जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली एक पुलिस टीम को डुमरिया गांव भेजा गया। टीम ने आरिफ के घर से बच्चे गुफरान को सकुशल बरामद कर लिया। इस घटना को लेकर थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है।
बच्चे को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद बच्चों की माता-पिता बच्चे को बेचे जाने की बात से मुकर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रानीगंज क्षेत्र में ही कुछ महीने पहले बच्चा बेचने के का मामला प्रकाश में आया था। इसलिए इस मामले को पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है कि इस के पीछे सत्य क्या है। ताकि दोषी पर कार्रवाई की जा सके।