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किशनगंज:पोषण परामर्श केंद्र का हुआ उद्घाटन,पोषण संबंधी दी गई जानकारी

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टेढ़ागाछ/किशनगंज/मनोज कुमार

टेढ़ागाछ बाल विकास परियोजना कार्यालय टेढ़ागाछ में शनिवार को पोषण अभियान के तहत पोषण माह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पोषण परामर्श केंद्र का उद्घाटन चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर प्रमोद कुमार, सीडीपीओ निशा कुमारी ने संयुक्त रूप से किया।यह कार्यक्रम सीडीपीओ निशा कुमारी की अध्यक्षता में कई गयी।

इस मौके पर विशेष तौर पर आई.सी.डी.एस के तहत योजनाओं को ग्रामीण लोगों तक पहुँचाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है।आँगनबाड़ी केन्द्रों में लोगों को सही पोषण की जानकारी देने के साथ ही उसके प्रति जागरूक करवाया जा रहा है। प्रखंड के पोषण परामर्श केंद्र में जहां लोगों को पोषण परामर्श देने के साथ ही अन्य आकर्षक गतिविधियाँ जैसे कि रंगोली, मेहंदी प्रतियोगिता, पोषण थाली आदि कार्यक्रम आयोजित की गई।

इस अवसर पर घर-घर पोषण सम्बंधित जानकारी देने के लिए पोषण रथ रवाना किया गया। पोषण परामर्श केंद्र पर लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। परामर्श केंद्र पर विभिन्न खाद्य पदार्थों का उपयोग कर रंगोली बनाई गई। इस अवसर पर सीडीपीओ निशा कुमारी ने कहा कुपोषण को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक होना जरूरी है।

लोगों में जागरूकता के लिए केंद्र के अलावा विभिन्न गतिविधियाँ आयोजित कर पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चों के सही पोषण के लिए उनके पहले हजार दिन महत्वपूर्ण हैं, जिसमें गर्भावस्था के 270 दिन, उसके बाद 2 वर्ष तक लगभग 730 दिन होते हैं। इसी समय बच्चे को सही आहार दिया जाना चाहिए। जिससे उसका मस्तिष्क तेजी से विकास कर सके। पौष्टिक आहार के रूप में 6 माह तक बच्चे को केवल मां का दूध एवं उसके बाद ऊपरी आहार दिया जाना चाहिये।


चिकित्सा पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा कि हमारे देश की बहुत सी महिलाएं और किशोरी को एनीमिया की शिकायत है। गर्भवती महिलाओं के एनीमिया ग्रसित होने का असर उनके होने वाले बच्चों में भी पड़ सकता है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को आईएफए टेबलेट, कैल्शियम टैबलेट, आयरन की गोलियां दी जाती है। छोटे बच्चों में आयरन की कमी रोकने के लिए सीरप दिया जाता है। छोटे बच्चों में डायरिया की शिकायत होती है। जिसके लिए ओआरएस घोल दिया जाता है। डायरिया की स्थिति में भी बच्चों का स्तनपान कराना बंद नहीं करना चाहिए। उन्होंने पोषण के साथ ही स्वास्थ्य रहने के लिए स्वच्छता को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि लोगों को हाथ सफाई का बच्चों की आदत में शामिल करना चाहिए।


सीडीपीओ निशा कुमारी ने कहा कि कुपोषण से बचने के लिए किसी भी व्यक्ति के आहार में पोषक तत्वों की सही मात्रा होनी चाहिए।भोजन में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, विटामिन और खनिज सहित पर्याप्त पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिये। आँगनबाड़ी केन्द्रों में शिशुओं के लिए स्वादिष्ट व पौष्टिक पोषाहार का वितरण कराया जाता है। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को भी पौष्टिक आहार दिया जाता है, ताकि कोख में पलने वाला बच्चा कुपोषण का शिकार न हो। इस मौके पर सीडीपीओ निशा कुमारी, सांख्यिकी पदाधिकारी प्रकाश कुमार यादव, महिला पर्यवेक्षिका स्वीटी कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, सुनील कुमार सिंन्हा, प्रखंड समवन्यक प्रणव कुमार सहित अन्य मौजूद थे।

किशनगंज:पोषण परामर्श केंद्र का हुआ उद्घाटन,पोषण संबंधी दी गई जानकारी

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