किशनगंज/सागर चंद्रा
सीमा सुरक्षा बल, उत्तर बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक सूर्यकांत शर्मा और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, उत्तर पश्चिम क्षेत्र, रंगपुर (बांग्लादेश) के क्षेत्र कमांडर मोहम्मद खांडेकर शफीकुज्जमां, पीएससी ने बीओपी फुलबारी में समन्वय बैठक आयोजित की।
बैठक में सिलीगुड़ी, किशनगज के बीएसएफ सेक्टर कमांडर, बीएसएफ बटालियन कमांडेंट भी बीएसएफ महानिरीक्षक के साथ थे, जबकि ठाकुरगांव (बांग्लादेश) के बीजीबी सेक्टर कमांडर, बीजीबी बटालियन के सीओ समन्वय बैठक के लिए बीजीबी के क्षेत्र कमांडर के साथ थे।
बीएसएफ द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया गया की
बैठक के दौरान, बीएसएफ के महानिरीक्षक ने बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अवैध प्रवास के साथ-साथ बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा भारत में अवैध घुसपैठ में वृद्धि पर जोर दिया। बीएसएफ के महानिरीक्षक ने बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडर से बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय, भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के साथ-साथ भारत-बांग्लादेश सीमा पर सीमावर्ती आबादी की सुरक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त की।
जिसके जवाब में, बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडर ने महानिरीक्षक बीएसएफ को आश्वासन दिया कि अवैध प्रवासन के साथ-साथ भारतीय क्षेत्र में अवैध घुसपैठ के संबंध में बीजीबी द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडर ने महानिरीक्षक बीएसएफ को यह भी आश्वासन दिया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के साथ-साथ भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र के साथ सीमावर्ती आबादी की सुरक्षा और संरक्षा का उचित ध्यान रखा जाएगा।
बीएसएफ के महानिरीक्षक और बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडर ने स्वीकार किया कि ऐसी बैठक भारत-बांग्लादेश सीमा क्षेत्र में शांति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और इससे बीएसएफ और बीजीबी के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे।हालाँकि, गृह मंत्रालय ने बांग्लादेश में रहने वाले ‘‘भारतीय नागरिकों और अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा‘‘ सुनिश्चित करने के लिए बीएसएफ पूर्वी कमान, कोलकाता के अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) की अध्यक्षता में बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति बनाई है।