मधुबाला मौर्या
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा
भक्त भयो न कोई हनुमंत वीरा
चीर के सीना प्रतिबिम्ब दर्शाये
ऐसी श्रद्धा भाव और भक्ति
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा
पार्थ भयो न कोई अर्जुन जैसा
विश्व रूप दर्शा गये
गीता का उपदेश बतला गये
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा
शिष्य भयो न कोई एकलव्य के जैसा
द्रोणाचार्य पद पंकज नावहिं सीसा
अंगूर देहि गुरुदक्षिणा परंपरा निभायी
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा
भक्त भयो न कोई शबरी जैसा
वन मे जाकर दर्शन देते
गुरु भक्त की लाज बचाते
प्रभु पद पंकज नावहिं सीसा
भक्त भयो न कोई उंगलिमाल के जैसा
डाकू से साधु बन बैठा
रामचरित मानस लिख बैठा
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