कोचाधामन (किशनगंज) सरफराज आलम
पिछले साल की तरह इस साल भी बरसात का मौसम दगा दे रहा है। बरसात के मौसम का आधा से अधिक समय बीत जाने के बाद औसतन बारिश नहीं होने से क्षेत्र होकर गुजरने वाली महानंदा,कनकई व बुढ़ी कनकई नदी का पेट नहीं भर पाया।इन नदियों का जल प्रवाह काफी नीचे है।
कम बारिश से धान फसल की खेती में भी किसानों परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।किसानों को फसल सुखने का भय सता रहा है।धनपुरा नदी,महुआ नदी,दांती व खेकूआ नदी जो बरसाती नदी कहलाता है ।
इन नदियों में तो और भी पानी का प्रवाह कम है। इस संदर्भ में पर्यावरणविद सेवानिवृत प्रधानाध्यापक श्यामानंद झा ने कहा कि देश का दूसरा चेरापूंजी कहे जाने वाला किशनगंज में औसतन बारिश न होना चिंता का विषय है।
बीते वर्ष भी यहां अपेक्षा के अनुसार बारिश नहीं हुई।
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