कोचाधामन (किशनगंज)सरफराज आलम
रक्षाबंधन को लेकर प्रखंड क्षेत्र में हर्ष उल्लास का माहौल है।मालूम हो की देशभर में आज त्योहार मनाया जा रहा है। क्षेत्र के हाट बाजारों में राखी खरीदने के लिए बहनों की भीड़ देखी गई।दिलों को जोड़ने वाली यह त्योहार भाई-बहनों का आपसी प्रेम का प्रतीक है। भाई-बहन के प्यार,स्नेह को दर्शाते इस पर्व को सभी समुदाय के लोग मिलकर मनाते हैं। जबकि राखी त्योहार को लेकर कई कथाएं प्रचलित है।
एक कथा के अनुसार ग्रीष के बादशाह सिकंदर की पत्नी ने सिकंदर के शत्रु नरेश पुरुराज की कलाई पर राखी बांधी थी।
इस संदर्भ में सतभीट्टा निवासी फौजी आमील रजा उर्फ लड्डू ने कहा कि विश्वास ही किसी भी रिश्तें की मजबूती की बुनियाद है और यही विश्वास एक बहन अपने भाई पर रखती है जब वह इस पर्व के दिन भाई की कलाई पर एक धागा जिसे राखी कहते हैं बांधती है। मुखिया तनवीर आलम ने कहा कि एक भाई अपने हाथ में राखी बंधवाकर भाई यह प्रतिज्ञा करता है कि वह अपनी बहन की सदैव रक्षा करेगा चाहे परिस्थिति कितनी ही विषम क्यों ना हो।
राखी का धागा सिर्फ रक्षा ही नहीं बल्कि प्रेम और निष्ठा से दिलों को भी जोड़ता है। कन्हैयाबाड़ी निवासी डॉ नागराज शर्मा ने कहा कि यह त्योहार हमें एकता के सूत्र में बांधता है यह हमें संदेश देता है कि मानवता व आपसी भाईचारे से बढ़कर को धर्म नहीं होता।
कन्हैयाबाड़ी निवासी बैंकर्स अमोद कुमार कर्ण ने कहा कि रक्षाबंधन हमें इंसानियत का पाठ पढ़ाता है जो हमें हिंसा को छोड़कर अहिंसा के मार्ग पर चलने का संदेश देता है।डेरामारी पंचायत के बाबनगामा निवासी अमर लाल कर्मकार ने कहा कि यह त्योहार हमें दुश्मनी को भूलाकर दोस्ती का न्योता देता है।