किशनगंज /प्रतिनिधि
सनातन धर्म में लोक आस्था के महापर्व छठ व्रत की अत्यधिक मान्यता है।मालूम हो की बिहार में दो बार छठ पर्व मनाया जाता है।जिसमें कार्तिक मास होने वाला और और चैती छठ शामिल है।छठ पर्व करने वालों पर भगवान सूर्य की महिमा बनी रहती है और हर मनोकामना पूर्ण होती है ।मालूम हो की आगामी 12 अप्रैल से चैत्र छठ महापर्व का आगाज होने वाला है ।किशनगंज जिले में बड़े पैमाने पर श्रद्धालुओं के द्वारा चैती छठ किया जाता है ।
शहर के डे मार्केट धोबी घाट पुल पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु छठ पूजा करने जुटते है और अस्ताचल गामी एवं उदयीमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देते है। छठ पूजा में साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है लेकिन शहर के मध्य से गुजरने वाली रमजान नदी पूरी तरह नाले में तब्दील हो चुकी है ।छठ पर्व में महज चार दिन शेष बचे है बावजूद इसके नगर परिषद के द्वारा डे मार्केट छठ घाट पर साफ सफाई का कोई प्रबंध नहीं किया गया है ।
तस्वीर में साफ देखा जा सकता है की किस तरह से नदी का पानी पूरी तरह नाले में तब्दील हो चुका है ।गौरतलब हो की बीते दिनों रमजान नदी की सफाई को लेकर नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान की अगुआई में पार्षदों के द्वारा मुहिम छेड़ा गया था लेकिन नदी की स्थिति देख कर ऐसा प्रतीत होता है की सिर्फ सुर्खियों में बने रहने के लिए ही रमजान नदी के सफाई की घोषणा की गई थी ।
छठ करने वाले श्रद्धालुओं का कहना है की आखिर इस गंदगी में लोग कैसे छठ पर्व करेंगे। छठ व्रतियों की मांग है की अविलंब नदी की सफाई की जाए ताकि श्रद्धालु पर्व कर पाए।वार्ड पार्षद रुमकी सरकार ने भी नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी परवीन कुमार को पत्र लिख कर छठ घाट की साफ सफाई करवाने की मांग की है ।