किशनगंज /पोठिया
शनिवार को पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय,अर्राबाड़ी मोतीहारा, हलामाला में किसान संवाद का आयोजन किया गयाI पशुपालकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में महाविद्यालय के लगभग 14 वैज्ञानिकों ने मार्गदर्शन कियाI इस दौरान लगभग 25 पशुपालक परिवारों से उनके द्वार पर संपर्क कर पशुपालन से संबंधित वैज्ञानिक गतिविधियों एवं पशुपालन महाविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई।
किसान संवाद के माध्यम से पशुओं में कृमि-संक्रमण की समस्या एवं नियंत्रण से संबंधित विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी दी गईI मौके पर मौजूद वैज्ञानिकों ने बताया कि कृमि संक्रमित पशुओं में दस्त की समस्या, वजन कम होना, शारीरिक विकास दर में कमी एवं दूध देने वाले पशुओं में दूध उत्पादन में कमी हो जाती हैI इन प्रतिकूल प्रभावों के कारण पशुपालकों को आर्थिक नुकसान होता हैI
कृमिसंक्रमण को नियंत्रण करने के लिए आवास एवं परिवेश को साफ रखने एवं पशुओं को नियमित रूप से कृमिनाशक दवा हेतु पशु चिकित्सक से सम्पर्क करने की अपील की गईI इस अवसर पर आयोजित पशु चिकित्सा शिविर में 35 छोटे-बड़े बीमार पशुओं का इलाज किया गया एवं निदान से संबंधित खनिज तत्वों, कृमिनाशक दवाइयों का निःशुल्क वितरण किया गया।
किसान संवाद के माध्यम से पशुपालकों को कृत्रिम गर्भाधान की सुविधा भी उनके द्वार पर प्रदान की जा रही हैI पशु चिकित्सा महाविद्यालय डीन डॉ. चंद्रहास ने बताया कि किसान संवाद के माध्यम से पशुपालकों की समस्याओं को उनके द्वार पर समझना एवं चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना महाविद्यालय की प्राथमिकता हैI