विपत्ति के समय काम आने वाला ही सच्चा मित्र है

बेहतर न्यूज अनुभव के लिए एप डाउनलोड करें

किशनगंज /प्रतिनिधि

विपत्ति के समय काम आने वाला और आपके साथ खड़ा होने वाला ही सच्चा मित्र है। मित्रता स्वार्थ के लिए नहीं बल्कि नि स्वार्थ होनी चाहिए। मनुष्य के जीवन में सच्चा और खास मित्र एक ही होता है।


किशनगंज शहर के तेघरिया स्थित श्री राधा सर्वेश्वर मंदिर के पाटोत्सव अवसर पर एवं पंडित बृजमोहन जी व्यास की पावन स्मृति में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा के सातवें दिन रविवार को अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता गौवत्स कथावाचक धर्मेश जी महाराज ने अपने प्रवचन में बोल रहे थे। कथावाचक धर्मेश जी महाराज ने श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह प्रसंग श्री कृष्ण सुदामा मित्रता प्रसंग पर कथा के माध्यम से कहा की को प्रिय मित्र होगा वह कभी और कैसी भी परिस्थिति हो आपका साथ नहीं छोड़ेगा।

हमेशा आपके साथ खड़ा रहेगा। मित्रता में अमीरी और गरीबी नहीं देखी जाती।कथावाचक धर्मेश जी महाराज ने कहा कि मनुष्य को कभी धर्म का साथ नहीं छोड़ना चाहिए। धर्म के रास्ते पर चले। कितनी भी बड़ी विपत्ति क्यों ना आ जाए धर्म से विमुख नहीं होना चाहिए। धर्म के रास्ते पर चलने में कठिनाई आए तो घबराएं नहीं। धैर्य रखें। धर्म के मार्ग पर चलने वालों के साथ भगवान होते हैं और उनका हर काम भगवान के कृपा से पूरा होता है।

देर से जरूर लेकिन जो आपको मिलेगा वह बहुत बड़ा फल के रूप में मिलेगा। कथावाचक धर्मेश जी महाराज ने कहा कि तीन चीजें कभी छीप नहीं सकती। सूर्य, चंद्रमा एवं सत्य। इस दौरान भगवान श्री कृष्ण एवं रुकमणी विवाह की झांकी आकर्षण का केंद्र बना। श्री कृष्ण एवं रुकमणी विवाह गीत पर श्रोताओं ने जमकर झूमे। इस दौरान संगीतमय भजनों से माहौल भक्तिमय हो गया। आरती के साथ श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी रही।


इस मौके पर सप्तऋषि मंदिर भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष बजरंग लाल पारीक, पूर्व नप अध्यक्ष त्रिलोक चंद जैन, अाची देवी जैन, पंडित राम प्रसाद शर्मा, गौरी शंकर अग्रवाल, लाला जालान, सहित बड़ी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे। वहीं इस आयोजन को सफल बनाने में बजरंग लाल पारिक, पंडित किशन जी महाराज, पप्पू शर्मा पंडित उत्तम चंद उपाध्याय, डिंपल शर्मा दंपति, शंकर शर्मा, सुशील शर्मा, दिलीप तिवारी, श्याम सुन्दर रिणवा, राजू महर्षि, संजय उपाध्याय, राजू शर्मा, श्रीराम शर्मा आदि लोग सक्रिय भूमिका निभाई।

विपत्ति के समय काम आने वाला ही सच्चा मित्र है