डेस्क:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अबूधाबी में स्वामी नारायण मंदिर का उद्घाटन किया ।मालूम हो की 700 करोड़ की लागत से मंदिर का निर्माण करवाया गया है।2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर की आधार शिला रखी थी। जिसके बाद आज विधिवत रूप से उन्होंने मंदिर का उद्घाटन किया ।उद्घाटन समारोह के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की आज वसंत पंचमी का पवित्र त्योहार भी है। पर्व माँ सरस्वती का पर्व है। माँ सरस्वती यानी, बुद्धि और विवेक की, मानवीय प्रज्ञा और चेतना की देवी! उन्होंने कहा की ये मानवीय प्रज्ञा ही है जिसने हमें सहयोग, सामंजस्य, समन्वय और सौहार्द जैसे आदर्शों को जीवन में उतारने की समझ दी।
वही पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आशा है कि ये मंदिर भी मानवता के लिए बेहतर भविष्य के वसंत का स्वागत करेगा। ये मंदिर पूरी दुनिया के लिए सांप्रदायिक सौहार्द और वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा।अब तक जो UAE बुर्ज खलीफ़ा, फ्यूचर म्यूज़ियम, शेख जायद मस्जिद और दूसरी हाइटेक बिल्डिंग्स के लिए जाना जाता था, अब उसकी पहचान में एक और सांस्कृतिक अध्याय जुड़ गया है।
मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इससे UAE आने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ेगी और People To People Connect भी बढ़ेगा। में पूरे भारत और विश्व भर में रहने वाले करोड़ों भारतवंशियों की ओर से प्रेसिडेंट His Highness शेख मोहम्मद को और UAE सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं UAE के लोगों का भी उनके सहयोग के लिए हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।अबु धाबी का ये विशाल मंदिर केवल एक उपासना स्थली नहीं है। ये मानवता की सांझी विरासत का प्रतीक है। ये भारत और अरब के लोगों के आपसी प्रेम का भी प्रतीक है। इसमें भारत और UAE के रिश्तों का एक आध्यात्मिक प्रतिबिंब है।ये समय भारत के अमृतकाल का समय है। ये हमारी आस्था और संस्कृति के लिए भी अमृतकाल का समय है।
पीएम मोदी ने श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भी जिक्र किया और कहा कि अभी पिछले महीने ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर का सदियों पुराना सपना पूरा हुआ है। रामलला अपने भवन में विराजमान हुए हैं। पूरा भारत और हर भारतीय उस प्रेम में उस भाव में अभी तक डूबा हुआ है।
उन्होंने कहा की अयोध्या के हमारे उस परम आनंद को आज अबू धाबी में मिली खुशी की लहर ने और बढ़ा दिया है। ये मेरा सौभाग्य है कि मैं पहले अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर और फिर अब अबु धाबी में इस मंदिर का साक्षी बना हूं।परमात्मा ने मुझे जितना समय दिया है, उसका हर एक पल और परमात्मा ने जो शरीर दिया है, उसका कण-कण सिर्फ और सिर्फ मां भारती के लिए है।
उन्होंने कहा की 140 करोड़ देशवासी मेरे आराध्य देव हैं।हमें विविधता में बैर नहीं दिखता, हमे विविधता ही विशेषता लगती है!हमारी संस्कृति, हमारी आस्था हमें विश्व कल्याण के इन संकल्पों का हौसला देती है। भारत इस दिशा में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मंत्र पर काम कर रहा है।मुझे विश्वास है कि अबू धाबी के मंदिर की मानवीय प्रेरणा हमारे इन संकल्पों को ऊर्जा देगी, उन्हें साकार करेगी।