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महाविद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जा, कारवाई की मांग

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फारबिसगंज भरगामा 7 एकड़ जमीन पर बने महाविद्यालय की स्कूल पर भू माफिया के द्वारा अबैध कब्जा कर स्कूल की जमीन पर फसल लगाकर लाखो रुपय कमा रहे हैं।

  छात्र छात्राएं पढ़ाई के लिए दूर 40से 50 km दूर जाने को मजबूर ।

अररिया से अरुण कुमार की एक रिपोर्ट

फारबिसगंज -के भरगामा प्रखंड स्थित महाविद्यालय की स्थित अब खंडहर में तब्दील हो गई है। साथ ही महाविद्यालय के जमीन पर भूदाता के परिजनों ने कब्जा कर रखा है। इस महाविद्यालय को पुनर्जीवित करने के को लेकर भूदाता के पोते रेशम अभिषेक उर्फ बमबम यादव ने फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी को आवेदन देकर इसे कब्ज़ा मुक्त कराने का अनुरोध किया है।

खंडहर में तब्दील भवन

दरअसल भरगामा प्रखंड के सिरसिया हनुमानगंज स्थित शेखपुरा जगता जाने वाले सड़क के किनारे वर्ष 1984 में महाविद्यालय बनाया गया था। इस इलाके की बदहाल शिक्षा और गरीबी को देखकर इस महाविद्यालय में लगभग 7 एकड़ जमीन को स्वर्गीय मौजीलाल सिंह यादव ने दान किया था। जिसकी रजिस्ट्री बिहार के राज्यपाल के नाम की गई थी। उस जमीन पर कॉलेज का निर्माण भी हुआ और कई वर्षों तक पढ़ाई भी हुई।

कॉलेज के देखरेख की जिम्मेदारी मौजीलाल सिंह यादव के पुत्र प्रो.कमलेश्वरी प्रसाद सिंह के जिम्मे थी। कॉलेज अच्छी तरह से चल भी रहा था। लेकिन दुर्भाग्यवश 2007 में कमलेश्वरी प्रसाद सिंह का देहांत हो गया। और उस महाविद्यालय की देखरेख करने वाला कोई नहीं रहा। जिस कारण भूदाता के दूसरे पुत्रों ने महाविद्यालय के खाली पड़े जमीन पर आहिस्ता आहिस्ता कब्ज़ा कर खेती करनी शुरू कर दी। साथ ही महाविद्यालय के भवन को भी तोड़फोड़ कर दिया। इस मामले में आवेदन के आधार पर फारबिसगंज एसडीओ ने भरगामा सीओ को जांच के आदेश दिए। तब सीओ ने स्थल पर जाकर वस्तु स्थित का जायजा लेने राजश्व कर्मचारी को भेजा। स्थल जांच में सभी आरोप सही साबित हुए और कर्मचारी रौनक कुमार ने बताया कि इस महाविद्यालय की जमीन बिहार सरकार की है।

अगर इसका कोई भी व्यक्ति उपयोग करता है वो गैरकानूनी होगा। खाली पड़ी जमीन पर कब्ज़ा करने वालों ने मक्के की फसल को लगा रखा है। उस पर भी कर्मचारी ने रोक लगा दी है। वहीं आवेदक रेशम अभिषेक ने बताया कि पिता के मृत्यु के समय मैं छोटा था इसलिए मुझे जानकारी नहीं थी। लेकिन अब हमारे साथ यहां के ग्रामीण भी चाहते हैं कि ये महाविद्यालय पुनर्जीवित हो। इसकी खास वजह है कि भरगामा प्रखंड में एक भी महाविद्यालय नहीं है।

यहां के बच्चों को पढ़ाई करने मधेपुरा, पूर्णियां, फारबिसगंज जाना पड़ता है। इसलिए जल्द से जल्द इस महाविद्यालय की जमीन को कब्जामुक्त कराकर पुनर्जीवित किया जाए। ताकि इस कॉलेज के खुलने से इस क्षेत्र के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए दूर जाना न हो।

सभी ने बताया कि सरकार भी चाहती है कि गांव गांव में उच्च शिक्षा की व्यवस्था हो।इस मौके पर
रेशम अभिषेक उर्फ बम बम यादव
मुकेश यादव, प्रदीप कु यादव, सौरभ कुमार, राहुल कु, अमित कु, राजेश कुमार, आदि मौजूद थे।

महाविद्यालय की जमीन पर अवैध कब्जा, कारवाई की मांग

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