पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला हुआ शांत। सरकारी अस्पताल के चिकित्सक चलाते है क्लिनिक ।
अररिया/ अरुण कुमार
अररिया जिले के फारबिसगंज में सनसनी खेज मामला प्रकाश में आया है ।जहा एक निजी क्लीनिक में नवजात की अदला बदली के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया ।दरअसल पूरा मामला फारबिसगंज अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आशुतोष कुमार के निजी क्लीनिक का है।
जहां सोमवार की रात जमकर हंगामा हुआ। अस्पताल में कर्मियो की लापरवाही से
लड़का के बदले परिजनों को लड़की सौंप दिया गया। परिजन जब बच्चे को लेकर घर पहुंचे तो देखा कि लड़के के बदले उसे लड़की दे दिया गया।
उसके बाद परिजन ने नवजात लड़की को लेकर अस्पताल पहुंचकर जमकर हंगामा किया। परिजनों के हंगामे के बीच चिकित्सक और उनके कर्मचारी अस्पताल छोड़कर फरार हो गए। जिसके बाद फारबिसगंज पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कराया ।
दरअसल, डॉक्टर आशुतोष कुमार के निजी क्लीनिक में नवजात शिशु के लिए नवजात गहन चिकित्सा इकाई की सुविधा उपलब्ध है। परिजनों ने बताया की बच्चे की तबियत खराब होने के कारण डॉक्टर आशुतोष कुमार के क्लीनिक में एनआईसीयू में बीमार नवजात शिशु को रखा गया था। एनआईसीयू में 120 घंटे यानी पांच दिनों तक नवजात को रखने के बाद शिशु को परिजनों को सौंपा गया।
लेकिन परिजनों को जो नवजात शिशु सौंपा गया, वो लड़का नहीं बल्कि लड़की थी।नवजात के पिता ने बताया की वो बिना देखे कपड़े में लपेट कर बच्चे को लेकर अपने घर चले गए। जब घर पर नवजात शिशु को देखा तो सभी अचंभित रह गए।विनोद मंडल ने बताया की अस्पताल में नवजात शिशु के रूप में लड़के को एडमिट कराया गया था। लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें लड़की सौंप दिया।
जिसके बाद नरपतगंज के गोखलापुर वार्ड नंबर सात के रहने वाले विनोद मंडल अपने परिजनों के साथ अस्पताल पहुंचे। जमकर हंगामा हुआ।वही घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। जिसके बाद मौके पर सब इंस्पेक्टर राजीव रंजन, सुबोध चौधरी, राजा बाबू दलबल के साथ पहुंचे। हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कराया ।
हालाकि हंगामे के बाद विनोद मंडल को उनका पुत्र मिल गया ।लेकिन क्लिनिक की लापरवाही की चर्चा पूरे शहर में हो रही है। लोगो का कहना है की आखिर सरकारी अस्पताल के चिकित्सक कैसे इस तरह का क्लिनिक चला रहे है उनके खिलाफ कारवाई होनी चाहिए ।वही चिकित्सक से संपर्क करने की कोसिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नही हो सका ।