चाक की रफ्तार हुई तेज, मिट्टी के बन रहे दिये,अच्छी कमाई की उम्मीद

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टेढ़ागाछ/ किशनगंज /मनोज कुमार

दीप पर्व दीपावली नजदीक आ चुकी है। ऐसे मेें दूसरों के घरों को रोशन करने के साथ ही अपने घर भी खुशियां लाने की उम्मीदों से सब कुम्हारों का चाक घूमना शुरू हो गया है। प्रखंड क्षेत्र स्थित फुलबड़िया बाजार, मटियारी बाजार, सुहिया हाट, बैरिया हाट पर दीयों के बाजार भी सज चुके हैं। चाइनीज सामानों के बहिष्कार इन कुम्हारों की उम्मीदें और बढ़ा रहा है। दीपावली 12 नवंबर को मनाई जाएगी।

दीप पर्व पर मिट्टी के दीयों से घर को रोशन करने की परंपरा सदियों पुरानी है। इसका अपना महत्व भी है। ऐसे में दीपावली के नजदीक आते ही कुम्हार दीये बनाने के काम में तेजी से जुट गए हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी दीवाली भी रोशन रहेगी। दीपावली के पर्व को कुछ ही दिन शेष है। ऐसे में जिले के टेढ़ागाछ प्रखंड के कुम्हारों की चाक की रफ्तार तेज हो गई है।

कुम्हार मिट्टी के आकर्षक दिए, खिलौने बनाने में जुट गए हैं। जिले के कुम्हारों के हाथ चाक पर तेजी से चल रहे है और वह मिट्टी के दिए, खिलौने, गुल्लक, गुड्डा-गुड़िया, हाथी घोड़े को आकर्षक तरीके से बनाने मे जुट गए हैं। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले कुम्हार दिनेश कुमार पंडित बताते हैं, कि यह हमारा पुश्तैनी कारोबार है। इसी से जीविका चलती है, लेकिन अब बाजार में रंगीने लाइटे आ गई है।

जिससे लोगों ने मिट्टी के दीयों का उपयोग कम कर दिया है, फिर भी हमलोग आस में हैं। कि इस दिपावली पर उनके दियों की अधिक बिक्री होगी। निवास में रहने वाले मनोज पंडित, संतोष पंडित, अमन कुमार पंडित ने बताया कि सालों से यह कार्य कर रहे हैं। दीपावली से पहले बिक्री बहुत कम रहती है, लेकिन दीपावली पर होने वाली बिक्री का इंतजार रहता है।

इस बार दिवाली पर दियों की मांग बढ़ने की उम्मीद है। जिसे देखते हुए दिये बनाये जा रहे हैं। दीपावली का पर्व नजदीक है। जिसको लेकर दिया बनाने के काम में तेजी आई है। सामान्य दिया से लेकर रंग बिरंगे आकर्षक डिजाइन के दीपक भी तैयार किया जा रहा है।

चाक की रफ्तार हुई तेज, मिट्टी के बन रहे दिये,अच्छी कमाई की उम्मीद

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