छातापुर।सुपौल।सोनू कुमार भगत
छातापुर प्रखंड क्षेत्र स्थित पनोरमा पब्लिक स्कूल रामपुर का तीसरा वार्षिकोत्सव भव्य रूप से रविवार को मनाया गया। पनोरमा पब्लिक स्कूल के समीप पूर्वी भाग स्थित निर्माणाधीन उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में वर्षगांठ समारोह उत्सवी माहौल में आयोजित की गई। जिसका उद्घाटन बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। तत्पश्चात पनोरमा ग्रुप पूर्णिया के सीएमडी संजीव मिश्रा ने मुख्य अतिथि श्री पांडेय का मिथिला परंपरा के मुताबिक स्वागत कर सम्मानित किया।

समारोह के दौरान स्कूल छात्र एवं छात्राओं ने लोक व पारंपरिक गीत व नृत्य सहित एक से बढ़कर एक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी। जिसमे गायन, भाषण, कविता, नृत्य, समुह नृत्य, रिकार्डिंग डांस, पेंटिंग, हुनर सहित अन्य प्रतियोगिता एवं काजरा समूह व अन्य गीत व संगीत मे छात्र छात्राओं ने अपने प्रतिभा को प्रदर्शित कर शमा बांध दिया और दर्शक अभिभावकों की खूब तालियां बटोरी। व्यापक उमंग व उत्साह के माहौल आयोजित समारोह के दौरान छात्रों के बीच रौनक देखते ही बन रही थी। समारोह मे सनातन संस्कृति, मिथिला की झलक दिखी एवं शिक्षा के साथ कौशल व कला का भी जलवा बना रहा। गणेश वंदना देवा श्री गणेशा गीत पर सामूहिक नृत्य की प्रस्तुती के बाद शुभ दिन आयो रे सहित कई स्वागत गान से कार्यक्रम का आगाज हुआ। जिसके बाद छात्र छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर उपस्थित अभिभावकों एवं आमजनों का मन मोह लिया। वहीं मंच का संचालन कर रहे एंकर रेजा फेजी, सुनील सुमन व स्कूल के शिक्षक नीतीश झा अपने उद्घोषणा से समारोह में चार चांद लगा दिया।

कार्यक्रम के दौरान बॉलीवुड से आये हास्य कलाकार सुनील पाल ने चिरपरिचित अपने अंदाज में शानदार प्रस्तुति दी और मौजूद लोगों को हंसा हंसाकर लोट पोट कर दिया। स्कुल की वार्षिक समारोह में मानवाधिकार संस्थान के डा. शक्तिनाथ झा, विधायक प्रतिनिधि केशव कुमार गुड्डू, व्यापार व अध्यक्ष गौरीशंकर भगत, मुखिया मो. हासिम, सुशील कुमार मंडल सहित सैकड़ो लोग शामिल हुए। वहीं स्कूल प्रबंधन तथा एचएम अरूण कुमार सिंह, डा. सत्येंद्र कुमार सिंह, सिम्मी वर्मा, राहूल कुमार अपने सभी सहायक शिक्षकों के साथ मौजूद रहे ।
पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय रहे समारोह के मुख्य अतिथि
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री पांडेय ने कहा कि पनोरमा पब्लिक स्कूल रामपुर के वर्षगांठ में शामिल होना उनके लिए गौरव का क्षण है जो संजीव मिश्रा ने दिया। छातापुर की मिट्टी के लाल संजीव मिश्रा अपने मातृभूमि को शिक्षा का हब बनाने की चाहत रखते हैं जैसा की उन्होने बताया है। नर्सरी से आठवीं तक का यह स्कूल तो अभी शुरूआत भर है। इस धरती पर सौ करोड की लागत से नीजि यूनिवर्सिटी का स्थापना होने जा रहा है। जबकि बीच का उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं प्लस टू काॅलेज का निर्माण कार्य भी चल रहा है। यूनिवर्सिटी निर्माण के लिए भी जमीन की व्यवस्था हो गई है और संभवत इसी साल यानी साल 2023 में इसकी आधारशिला भी रख दी जायेगी।
इतना ही नहीं इस घरती पर जल्द ही नर्सिंग कालेज की स्थापना करने कि भी योजना है। श्री मिश्रा इलाके ने बच्चो को संपूर्ण शिक्षा देने का सपना देखा है जो आय का श्रोत के लिए नहीं बल्कि सेवाभाव के लिए है। कहा कि 84 लाख योनी मे सबसे उत्तम मनुष्य योनि है जिसे ईश्वर ने बुद्धि और विवेक दिया है। जिसके बल पर आप अपने मन पर नियंत्रण रखकर जीवन सफल कर सकते हैं। मन पर नियंत्रण की कला जिसने सिख लिया उसे ऊचाईयों पर पहूंचने से कोई रोक नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि स्कूल मे भले ही ज्ञान का अलख जगाया जाता है लेकिन संस्कार तो घर से ही बनते हैं।
कहा कि मानव व बच्चे के जीवन को सार्थक बनाने के लिए शिक्षा और संस्कार दोनों का होना जरूरी है। उन्होने बच्चों के बीच स्मार्ट फोन के बढते आकर्षक पर चिंता जाहिर करते अभिभावकों को चेताया। कहा कि बच्चों का स्मार्ट फोन से लगातार बढ रहा लगाव उसके भविष्य को तबाह कर सकता है। लाखों बच्चे इसकी लत में आकर बर्बाद हो रहे हैं। बच्चो को स्मार्ट फोन से दूर करने में अभिभावकों एवं शिक्षकों को सार्थक प्रयास सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पढ़ने वाले बच्चों को मोबाइल की लत समय से पहले बड़े कर रहे है। यह काफी चिंता जनक है। इसको लेकर उन्होंने अभिभावकों को बच्चें के जीवन को बचाने हेतू उन्हें मोबाइल की लत से दूर रखने की बात कही। इतना ही नही उन्होंने कहा कि अगर बच्चों को मोबाइल अगर पढ़ाई के निमित देने पड़े तो अपने निगरानी में केवल पढ़ाई कार्य तक ही मोबाइल इस्तेमाल करने दे।
पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा
सीएमडी संजीव मिश्रा ने कहा कि वे दिन में भी सपना देखते हैं। यही कारण है कि उन्होने अपने मातृभूमि को शिक्षा का हब बनाने का संकल्प लिया है और इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। जिसका मकशद पैसा कमाना नही बल्कि छात्रों एवं अभिभावकों के सपने को पंख लगाना है। उनका सपना तब पुरा होगा जब इलाके के अधिकांश होनहार व प्रतिभावान छात्र आइएएस, आइपीएस, डाक्टर, इंजीनियर आदि बनकर निकलेंगे और अपने माता पिता का नाम रौशन करेंगे। वर्षगांठ पर उन्होने मौजूद अभिभावकों के प्रति आभार जताया। कहा कि होमवर्क को लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। चूंकि स्कूल प्रबंधन शिक्षा ही नहीं सभी एक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित रखती है। श्री मिश्रा ने कहा कि आजकल बच्चों की अभिभावकों की।शिकायत रहती है कि उन्हें काफी होम वर्क नही मिलती है। उन्होंने कहा कि केवल होम वर्क से ही बच्चे शिक्षित व तेज तर्रार, संस्कारी नही होते बल्कि उन्हें कइ प्रकार की शिक्षा देनी पड़ती है। कहा कि अभिभावकों ने उन पर जो विश्वास किया है उससे वे कभी डिगेंगे नहीं बल्कि पुरा करेंगे। श्री मिश्रा ने बच्चों को स्मार्ट फोन से दूर रखने की भी बात को दुहराते हुए पूर्व डीजीपी के बातों पर अमल करने की बात कही।