किशनगंज /टेढ़ागाछ/विजय कुमार साह
महानंदा बेसिन परियोजना अन्तर्गत हो रहे बाँध निर्माण में त्रुटि को लेकर झुनकी मुसहरा के ग्रामीणों ने सांसद डा जावेद आजाद को आवेदन सौंप कर सुधार की मांग की है।ग्रामीणों द्वारा किए गए आवेदन में कहा गया है की जल निसरन विभाग द्वारा बांध निर्माण से संबंधित एक नक्सा प्रदर्शित किया गया एवं इसी नक्से के अनुसार किसानों की जमीन को चिन्हित किया जा रहा है जो गाँव की सुरक्षा कि दृष्टिकोण से सही नहीं लगता है इस नक्से में काफी त्रुटिया है।
ग्रामीणों ने कहा की इस नक्से के आधार पर अगर बाँध निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया जाता है रेतुवा नदी के तटीय इलाको में बसे ग्रामीणों को फायदा की जगह नुकसान होना तय है. दलित गरीब लाचार वेवस संचित कृषि भूमी के साथ-साथ तटीय इलाकों के घर जलमग्न होने का अनदेखा खतरा ग्रामीणों को सताने लगा है।
ग्रामीणों ने कहा की मैदानी क्षेत्र होने से मुहाने की दूरी सभी तटबंध की दूरी सभी जगह समान एवं सवार्धिक 500 मीटर होनी चाहिए परन्तु कही मुहाने से तटबंध की दूरी 75 मीटर है तो कही 100 मीटर. 150 मीटर और कहीं 2000 मीटर से अधिक है। जब कि इन जगहो पर खाली जमीन भी उपलब्ध है जिससे हो कर तटबंध का निर्माण किया जा सकता है और कई गाँव तटबंध से बाहर हो सकता है।ग्रामीणों ने कहा की तटबंध के अंदर (1000) हजारों की संख्या में घर परिवार को आहत होने का खतरा है इस तटबंध के आंतरिक भाग में टेढागाछ प्रखंड के कई ग्राम पंचायत जिसमें झुनकी मुशहरा पंचायत के कई गाव आते है।
साथ ही साथ इस तटबंध के आंतरिक भाग में कई सरकारी विद्यालय, उप स्वास्थ्य केन्द्र सौदागृह, कब्रस्तिान, आगनबाडीकेन्द्र तथा कई महत्वपूर्ण प्रधानमंत्री सड़क हाटबाजार आदि जाएंगे और बुरी तरह से प्रवाहित होने की चिंता यहा के लोगों को सताने लगी है। हलाकि यह एक बहुत महत्वपूर्ण एवं लाभकारी परियोजना है। किन्तु विभाग द्वारा प्रदर्शित नक्सा चिन्हित जमीन पर तटबंध का निर्माण होता है तो क्षेत्र वासियों को लाभ से जायदा हानि होने की सभावना है।ग्रामीणों ने कहा की परियोजना को धारातल पर उतरने से खुश होकर भी चिंतीत एवं दुखी है ।ग्रामीणों ने कहा की बांध निर्माण कार्य शुरू करवाने से पहले या पूर्व निरक्षण करवाकर तटबंध के नक्सो की त्रुटियों को सुधार किया जाना चाहिए।

