किशनगंज /प्रतिनिधि
सकल जैन समाज के बैनर तले आज एक शिष्टमंडल ने डीएम श्रीकांत शास्त्री से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा ।मालूम हो की गिरिडीह (झारखंड) में स्थित “जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पर्वतराज मधुबन” को पर्यटन स्थल बनाने से संबंधित अधिसूचना वापस लेने की मांग को लेकर जैन समाज के लोगो ने डीएम श्रीकांत शास्त्री को ज्ञापन सौंपा ।

डीएम को दिए गए ज्ञापन में कहा गया की “श्री सम्मेद शिखर जी पारसनाथ पर्वतराज” की पावन भूमि 20 जैन तीर्थकरों तथा अनंत संतो की मोक्षस्थली होने के कारण अनादि काल से जैन धर्मावलंबियों का महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल तथा आस्था का केंद्र है।

गौरतलब है की झारखंड सरकार की अनुशंसा पर केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा उक्त अनंत संतो की मोक्षस्थली पवित्र स्थल को वन्य जीव अभयारण्य / पर्यटन क्षेत्र के साथ अन्य गतिविधियों की अनुमति देने से सम्बंधित अधिसूचना (सं0-2795 (ई) दिनांक 02-08-2019) प्रकाशित किया गया है, जिसका जैन समाज द्वारा कई बार विभिन्न तरीकों से विरोध जताया गया है। अभयारण्य / पर्यटन क्षेत्र बनने से तीर्थराज की पवित्रता ,सूचित तथा अल्पसंख्यक जैन समुदाय की भावनाएं आहत होगी।
जैन समाज के डॉ राजकरण दफ्तरी ने कहा की पवित्र जैन तीर्थ स्थल को अभयारण्य/पर्यटन घोषित को सम्बंधित अधिसूचना को अविलंब वापस लिया जाना चाहिए।ज्ञापन सौंपने वालों में त्रिलोकचंद जैन,राजकमल कोठरी ,राकेश जैन,मनीष दफ्तरी ,कमल कुमार दफ्तरी ,मनोज जैन सहित अन्य लोग शामिल रहे ।