
फारबिसगंज /बिपुल विश्वास
फारबिसगंज नगर परिषद चुनाव में मतदाताओं ने सियासी दलों के सियासतबाज परिवारों को नकार दिया।हालांकि मुख्य पार्षद पद पर भाजपा की वीणा देवी चुनाव जीतने में कामयाब रही।चुनाव परिणाम में वार्ड संख्या 20 से पार्षद पद पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल सिन्हा की पत्नी शीला देवी, मुख्य पार्षद पद पर कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष शाद अहमद की पत्नी नुसरत परवीन,उप मुख्य पार्षद पद पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता मोती खान की पत्नी नसरीन सुल्ताना मुख्य पार्षद के लिए भाग्य आजमाने वाली भाजपा महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष मधु देवी,

पार्षद पद पर भाजपा के नगर अध्यक्ष रजत सिंह की पत्नी रिंकी सिंह,भाजपा विधायक प्रतिनिधि अंशु कन्नौजिया,भाजयुमो प्रदेश कार्यकारिणी समिति के सदस्य आयुष कुमार की बहन रंजू देवी, राजद नेता बेलाल अली और राजा अली के परिवार को भी जनता ने सीधे तौर पर नकार दिया।इतना ही नहीं नगर परिषद चुनाव में जिला में भी कई सियासी शख्सियतों को जोर का झटका लगा।
जोगबनी नगर परिषद से मुख्य पार्षद पद और चुनाव लड़ रहे फारबिसगंज और अररिया से दो बार विधायक रह चुके कांग्रेस नेता जाकिर हुसैन खान की पत्नी लाडली खान एवं पूर्व भाजपा के जिलाध्यक्ष एवं किशनगंज जिला के संगठन के प्रभारी आलोक भगत उर्फ बमशंकर भगत को सिरे से नकार दिया।कई सियासी चेहरों को कामयाबी भी मिली,लेकिन अधिकांश औंधे मुंह गिरे।