नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम यानी एनएम ओपीएस
कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
कैमूर के विभिन्न विभागों ने 1 सितंबर 2022 को काला बैच और स्टिकर लगाकर अपना कार्य किया। इस मुहिम में 2005 के बाद से बिहार सरकार के अंर्तगत कार्यरत सभी शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी आते हैं। एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष डॉ अखिलेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि पिछले कई महीनों से प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा बड़े स्तर पर सदस्यता और जागरूकता अभियान चलाया गया। इसी का नतीजा रहा बिहार प्रशासनिक सेवा संघ सहित लगभग 40 सेवा संघों द्वारा एनएमओपीएस के इस कार्यक्रम से सहमति व्यक्त की गई और अपने सेवा के पदाधिकारियों/ कर्मचारियों को 1 सितंबर के कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने का अनुरोध किया गया।
इन विभागों के अधिकारियों व कर्मियों ने काला बैच लगा किया कार्य
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ, बिहार सचिवालय सेवा संघ, बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ(गोप गुट),बिहार नगर सेवा संघ, बिहार राजस्व सेवा संघ, बिहार अभियंत्रण सेवा संघ, अवर अभियंता सेवा संघ,बिहार कारा कर्मचारी संघ, बिहार सांख्यिकी सेवा संघ, विभिन्न शिक्षक संघ, बिहार स्टेट इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज एसोसिएशन, बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ, बिहार पशु चिकित्सा सेवा संघ, बिहार स्टेट सिविल कोर्ट एम्पलाई एसोसिएशन, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन, बिहार पुलिस एसोसिएशन, बिहार पुलिस चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ, बिहार सहकारिता प्रसार पदाधिकारी सेवा संघ, बिहार राज्य भूमि एवं बंदोबस्त संबंधित कर्मचारी संघ, बिहार सांख्यिकी सेवा संघ, बिहार सहकारी अंकेक्षण पदाधिकारी संघ,बिहार राज्य सरकारी मोटर यान चालक संघ, बिहार डेंटल हेल्थ सर्विस एसोसिएशन, बिहार प्राथमिक शिक्षक सेवा संघ ,बिहार राज्य औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ,बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ पटना, बिहार राज्य कारा कर्मचारी संघ(लिपिक संवर्ग) जैसे संघों ने खुला अह्रवाहन किया और सभी स्तरों पर साथ देते हुए आज इस महायज्ञ में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।
एकता व अखंडता की भूरी भूरी प्रशंसा
इधर डॉ. अखिलेंद्र नाथ तिवारी ने कैमूर से शामिल सैकड़ों सदस्यों के एकता और अखंडता की भूरी भूरी प्रशंसा की। सचिव श्री सुशील कुमार सिंह, सह सचिव श्री राजीव श्रीवास्तव और कोषाध्यक्ष श्री अतुल कुमार के जनसंपर्क के कार्य बहुत सराहनीय रहे। सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय भभुआ कैमूर के सभी शिक्षको ने इस आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए काला बैच और स्टिकर लगाकर अपना कार्य
में शाम तक जारी रखा।