छोटे उद्यमियों के लिए सरकार ने खोला खजाना ।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज में उद्योग की परिभाषा बदली ।

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31 मार्च 2021 तक लागू होगा नया नियम । आयकर रिटर्न 30 नवंबर तक भर सकते है ।

45 लाख उद्योग संचालकों को फायदा । टीडीएस टीसीएस में 25% की कटौती ।जनता को 50 हजार करोड़ का लाभ

राजेश दुबे

बुधवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि मंगलवार को पीएम मोदी ने पीएम ने देश के लिए एक विजन रखा है इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान के रूप में देखा जाए । वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी कोशिश है कि स्वदेशी को आगे बढ़ाया जाए जो लोकल ब्रांड है उसे आगे बढ़ाया जाए । पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि सूक्ष्म लघु कुटीर उद्योग देश की रीढ़ है उसे कैसे आगे बढ़ाया जाए उसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में उठाए गए कदमों की जानकारी दी । वित्त मंत्री ने कहा कि लघु ,कुटीर उद्योगों की परिभाषा अब बदल दी गई है पहले 25 लाख के टर्न ओवर वाले उद्योग को सूक्ष्म माना जाता था लेकिन अब उसकी सीमा बढ़ा कर 1 करोड़ कर दी गई है वहीं अब लघु उद्योग को बढ़ाने के लिए छह बड़े कदम उठाते हुए एमएसएमई के लिए 30 हजार करोड़ का कर्ज देने की बात कही वित्त मंत्री ने कहा कि 45 लाख  छोटे उद्योग कर्मियों को इससे लाभ मिलेगा जिससे कोई गारंटी नहीं ली जाएगी ।50 हजार करोड़ उन उद्योग संचालकों को दिया जाएगा जो व्यापार को बढ़ाना चाहते हैं । 4 साल के लिए यह कर्ज दिया जाएगा ।वित्त मंत्री ने बिजली कंपनियों को भी राहत दी है साथ ही 15 हजार से कम वेतन वालो का ईपीएफ 3 महीने तक सरकार देगी ।वाजी कपड़ा व्यपारियो को लाभ पहुंचाने के लिए 200 करोड़ तक का टेंडर अब ग्लोबल नहीं होगा अर्थात विदेशी। कंपनियां अब इस टेंडर प्रक्रिया में शामिल नहीं हो सकेंगी।वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार के इस कदम से 45 लाख छोटे और लघु सूक्ष्म मध्यम कारोबारी को फायदा होगा। सरकार द्वारा रियल इस्टेट सेक्टर को भी राहत दिया गया है ।सरकार द्वारा की गई घोषणा कल गुरुवार से प्रभावी हो जाएंगी ।

छोटे उद्यमियों के लिए सरकार ने खोला खजाना ।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक पैकेज में उद्योग की परिभाषा बदली ।

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