कैमूर/भभुआ(ब्रजेश दुबे):
लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं लोकप्रिय जमुई सांसद चिराग पासवान के बंगले को 12 जनपथ नई दिल्ली में खाली कराना उचित नहीं है। आदरणीय लोजपा के संस्थापक दलितों गरीबों के मसीहा रहे स रामविलास पासवान जी देश में ही नहीं विश्व में सामाजिक न्याय के योद्धा के रूप में अपनी छवि बनाई है। यह बातें कैमूर लोजपा (रा.) पार्टी के जिला अध्यक्ष गजेंद्र गुप्ता ने कही। उन्होंने कहा कि ऐसे महान व्यक्ति की आत्मा को रुलाने का कार्य केंद्र सरकार ने किया है। 12 जनपथ का यह बंगला सिर्फ आदरणीय स्वर्गीय रामविलास पासवान जी का बंगला नहीं था बल्कि देश के समाज के एक बड़े वर्ग प्रतिनिधित्व के केंद्र का बंगला था।
इसकी यादें 32 वर्षों से आदरणीय स्व रामविलास पासवान जी एवं उनके परिवार एवं संपूर्ण बिहार सहित देश के सभी राज्यों के दलित शोषित और पिछड़ों अतिपिछड़ों एवं सामाजिक न्याय के योद्धाओं का केंद्र था। जिस प्रकार से सामानों को सड़क पर फेंक आदरणीय पासवान जी सहित भारत के संविधान के रचयिता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को सड़क पर फेककर जिस प्रकार का अपमान किया गया है।
यह एक समाज के प्रति और समाज के कमजोर वर्गों के प्रति संकृण एवं ओछी सोच को प्रकट करता है।इसका खामियाजा केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार मुखिया नीतीश कुमार को निश्चित तौर पर भुगतना पड़ेगा। इस बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के लिए कैमूर लोजपा रामविलास के जिला अध्यक्ष गजेन्द्र गुप्ता के तरफ से घोर निंदा किया जाता है। श्री गुप्ता ने कहा के चिराग पासवान आज करोड़ों युवा दिलों की धड़कन है जिसे नौजवान मजदूर किसान माता एवं बहनों का पूर्ण आशीर्वाद है उसका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता। आने वाले समय में चिराग पासवान के साथ किए गए कारनामों को लेकर बिहार एवं देश की जनता एक एक कार्यों का हिसाब केंद्र सरकार से लेगी। वही केंद्र सरकार में बने मंत्री पशुपति कुमार पारस के द्वारा चुप्पी साधना प्रतिक्रिया नहीं देना यह सरासर अन्याय है। बड़े भाई देवता के समान रामविलास पासवान जी के साथ अन्याय है। इस घटना से आहत संपूर्ण बिहारवासी और लोक सभा जमुई की जनता एक बार फिर देश के चर्चित युवा सांसद चिराग पासवान के साथ चट्टानी एकता के साथ खड़े हैं और आगे भी उनके हाथों को मजबूत करते रहेंगे।