डेस्क/न्यूज लेमनचूस
मंगलवार को धूमधाम के साथ भगवान जगन्नाथ यात्रा निकाली जा रही है। इस दौरान पुरी के राजा गजपति महाराज दिब्यासिंहा देब ने जगन्नाथ मंदिर की रथयात्रा में सोने की झाड़ू लगाई । इसे ‘छेरा पहानरा’ अनुष्ठान भी कहते हैं, जिसमें भगवान जगन्नाथ के रथ के रास्ते को सोने जड़ित झाड़ू से साफ करते हैं। मालूम हो कि इस अनुष्ठान को पुरी के राजसी परिवार के लोग ही करते हैं।

सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, कड़ी शर्तों के साथ पुरी में जगन्नाथ यात्रा हुई। यात्रा में अधिकतम 500 लोगों को ही रथ खींचने की अनुमति दी गई। वहीं शहर में कर्फ्यू के हालात हैं और लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। लोग अपने घरों से ही टीवी पर रथयात्रा का सीधा प्रसारण देखा। मालूम हो कि 2500 साल से भी ज्यादा समय में ऐसा पहली बार होगा कि रथयात्रा में भक्त शामिल नहीं हुए और अपने घरों में कैद रहे। सरकार द्वारा रथ यात्रा के लिए लाइव प्रसारण की व्यवस्था की गई है ।

उड़ीसा के मुख्य मंत्री श्री नवीन पटनायक ने भी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए घर से टीवी पर रथ यात्रा को देखा ।
देश के अलग अलग राज्यो में भी हर साल यात्रा निकलती हैं लेकिन महामारी को देखते हुए इस पर रोक लगा दिया गया और कई स्थानों पर मंदिर के अंदर ही सांकेतिक रूप से यात्रा निकाली गई ।
बंगाल के कोलकाता ,गुजरात के अहमदाबाद सहित झारखंड में भी यात्रा नहीं निकाली गई ।इस मौके पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ,झारखंड के मुख्य मंत्री हेमंत सोरेन सहित केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द प्रधान मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की और भगवान के दर्शन किए ।