देश/डेस्क
भारत और चीन के बीच लद्दाख में जारी विवाद और हिंसक झड़प में शहीद हुए भारत के 20 जवानों को लेकर देशभर में जमकर गुस्सा है. इस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में करीब 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं. इस बैठक में भारत-चीन बॉर्डर पर मौजूदा हालात पर चर्चा हुई ।
बैठक में सर्वप्रथम पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चीन सीमा पर शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई ।बैठक में मौजूद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी को ताज़ा हालात की जानकारी दी और कहा सेना पूरी तरह मुस्तैद है और हर स्थिति से निपटने में सक्षम है ।
वहीं सोनिया गांधी ने बैठक में कहा कि यह बैठक पहले बुलानी चाहिए थी साथ ही राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए पूरा देश एक साथ खड़ा है और सरकार के द्वारा उठाए गए कदमों का वो समर्थन करती है । लेकिन जब पहली बार 5 जून को चीन ने घुसपैठ की कोशिश की उसके बाद बैठक बुलानी चाहिए थी ।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में एनसीपी प्रमुख और पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार ने कहा कि सैनिकों ने हथियार उठाए या नहीं इसका फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों से होता है और हमें ऐसे संवेदनशील मामलों का सम्मान करने की जरूरत है।