इंडो नेपाल बॉर्डर सील रहने से परिजनों से नहीं मिल पा रहे लोग परेशान

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किशनगंज/विजय कुमार साहा

टेढ़ागाछ लॉकडाउन के कारण इंडो-नेपाल बॉर्डर सील होने से पिछले लगभग तीन माह से सीमावर्ती क्षेत्र के लोग अपने सगे-संबंधियों से नहीं मिल पा रहे हैं। इस कारण उनके परिजनों में बेचैनी का माहौल है। प्रखंड के भोजपुर निवासी नारायण शर्मा ने कहा कि उनकी बेटी नेपाल के बिराटनगर में है। उनके यहां मांगलिक कार्यक्रम हुआ। लाख प्रयास के बावजूद उनकी बेटी कार्यक्रम में भाग नहीं ले सके।

सुहिया बाजार निवासी विजय कुमार साह ने कहा कि मेरा ससुराल विराटनगर (नेपाल) में है, उनकी (बड़ी) सास की तबियत खराब रहने पर भी उनके पति—पत्नि नहीं जा पा रहे हैं। शिक्षक राज कुमार मंडल ने बताया कि उनका ससुराल नेपाल के झुर्किया में है। भारत-नेपाल सीमा सील रहने के कारण वे लोग वहां नहीं जा सके हैं।

कुवाड़ी बाजार के अरविन्द्र गिरी ने कहा कि उनके भाई का ससुराल नया बाजार (नेपाल) में है। लॉकडाउन के कुछ दिन पहले उनके भाई पत्नी व बच्चों के साथ नया बाजार गये थे। वो आज तक वहीं फंसे हुए हैं। प्रखंड क्षेत्र के ऐसे दर्जनों परिवार भारत-नेपाल सीमा सील रहने के कारण अपनों से दूर हो गए हैं।

इंडो नेपाल बॉर्डर सील रहने से परिजनों से नहीं मिल पा रहे लोग परेशान