पटना /संवादाता
बिहार दिवस समारोह के अवसर पर सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जनता से वर्चुअल संवाद किया।सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि साल 1912 के 22 मार्च को बिहार की स्थापना बंगाल से अलग करके की गई थी। इसके 109 वर्ष पूरे होने पर सोमवार को बिहार दिवस समारोह का वर्चुअल आयोजन ज्ञान भवन में किया गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समारोह से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। उन्हाेंने कहा है कि नई पीढ़ी को बिहार के गौरव से अवगत कराना जरूरी है। साथ ही उन्होंने बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों को सावधान किया। बिहार दिवस काे लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं।
इसके पहले राज्यपाल फागू चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित अनेक नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने भी जनता को बिहार दिवस की बधाई व शुभकामनाएं दीं। बिहार दिवस के अवसर पर आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की याद दिलाई। कहा कि यह ज्ञान व मोक्ष की धरती रही है।
कभी यहां से पूरे देश का शासन चलता था। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बिहार में हो रहे विकास कार्यों की भी चर्चा की। उन्होंने ‘जल-जीवन-हरियाली’ कार्यक्रम के तहत किए जा रहे कार्यक्रमों की जानकरी दी। इस साल के बिहार दिवस का थीम ‘जल-जीवन-हरियाली’ बनाने के लिए शिक्षा विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा कि बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण के मामले बढ़े हैं, इसलिए सावधानी जरूरी है। सरकार ने इसपर बहुत नियंत्रण किया है, लेकिन लोग भी सजग व सचेत रहें।सीएम ने शिक्षा विभाग को बिहार दिवस के आयोजन की जवाबदेही सौंपने की बात कही और कहा कि शिक्षा विभाग को यह जिम्मेदारी दिए जाने से नई पीढ़ी के लोगो तक इस दिवस की महत्ता को पहुंचना सही होगा ।