बंगाल/कोलकाता
पश्चिम बंगाल के अपने चुनावी दौरे के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को नेशनल लाइब्रेरी में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान अमित शाह ने सुभाष चंद्र बोस को याद करते हुए कहा कि उनके संस्कार हमेशा देश को प्रेरणा देते रहेंगे। सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को मनाने का ऐलान करते हुए श्री शाह ने कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने अंग्रेजों की नौकरी ठुकराई थी। अमित शाह ने कहा कि सुभाष बाबू ने देश की आजादी के लिए अदम्य साहस दिखाया था। सुभाष चंद्र बोस की संघर्षगाथा को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि हमें देश के लिए मरने की जरूरत नहीं है, लेकिन इस दौर में सुभाष चंद्र बोस जैसी हस्तियों को श्रद्धांजलि देने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि हम देश के लिए जीना सीखें। उन्होंने कहा कि उनकी 125वीं जयंती पर युवा 900 किलोमीटर तक साइकिल रैली करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी को उनके बारे में पढ़ना चाहिए क्योंकि इतिहास को समझने वाले ही भविष्य बना सकते हैं ।
अमित शाह ने कहा कि हमने सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती को बड़े स्तर पर मनाने का फैसला लिया है। हम उनकी क्रांति और स्मृतियों को लोगों के बीच फिर से जीवित करने का प्रयास करेंगे। सुभाष बाबू नौकरी न छोड़ते तो आजाद हिंद फौज का इतिहास नहीं होता। पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए अपने दौरे के दूसरे दिन कोलकाता की नेशनल लाइब्रेरी में आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लिया। अमित शाह ने कहा कि मैं युवाओं से कहना चाहूंगा कि आपको सुभाष चंद्र बोस की जिंदगी के बारे में पढ़ना चाहिए। उनकी जिंदगी का सफर आपके बहुत कुछ सिखाएगा।वहीं उन्होने आज नेशनल लाइब्रेरी से एक साइकिल रैली को भी झंडा दिखा कर रवाना किया है।
श्री शाह से आज बंगाली अभिनेता यश दासगुप्ता ने भी कोलकाता में मुलाकात की।मालूम हो कि यश दासगुप्ता हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।