दिल्ली /एजेंसी
गणतंत्र दिवस के दिन किसान संगठनों द्वारा आहूत ट्रैक्टर रैली में शामिल उपद्रवियों द्वारा हिंसा फैलाए जाने के बाद किसान संगठनों में अब फूट होने लगी है ।तीन किसान संगठनों ने इस आंदोलन से खुद को अलग कर लिया है ।
भारतीय किसान यूनियन भानु गोट के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने आंदोलन से खुद को अलग करते हुए कहा कि मैं कल की घटना से इतना दुखी हूं कि इस समय मैं चिल्ला बॉर्डर से घोषणा करता हूं कि पिछले 58 दिनों से भारतीय किसान यूनियन (भानु) का जो धरना चल रहा था उसे खत्म करता हूं ।
किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह, ने भी खुद को आंदोलन से अलग करते हुए कहा कि सरकार की भी गलती है जब कोई 11 बजे की जगह 8 बजे निकल रहा है तो सरकार क्या कर रही थी।उन्होंने कहा जब सरकार को पता था कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले को कुछ संगठनों ने करोड़ों रुपये देने की बात की थी तब करवाई क्यों नहीं की गई ।
श्री सिंह ने कहा हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है। उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं… ITO में एक साथी शहीद भी हो गया। जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ पूरी कार्रवाई होनी चाहिए । वीएम सिंह ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकट पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं और उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत द्वारा गलत तरीके से चंदे की वसूली की गई जबकि उन्होंने इसके लिए मना किया था ।