बिहार :सिन्दूर खेला की खुशी , मां दुर्गा के विदाई का दुःख

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किशनगंज /गलगलिया/चंदन मंडल

सिन्दूर खेला का खुशी , मां दुर्गा का विदाई का दुःख। यह सिलसिला नवरात्र की समाप्ति पर सोमवार को सुबह से ही मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन को लेकर विभिन्न मंदिर और पंडालों में तैयारी शुरु हो गई थी। दोपहर तीन बजे से प्रतिमा विसर्जन के लिए बड़ी संख्या में लोग मंदिर व पंडाल में पहुंचने लगे। और कोरोना से जल्द ही राहत पाने के लिए मां दुर्गा से प्रार्थना की।

वहीं संध्या पांच बजे से मां दुर्गा की प्रतिमा को ट्रैक्टर व वैन पर रखकर जुलूस की शक्ल में प्रतिमा विसर्जन जूलूस निकाला गया। यह विसर्जन जुलूस गलगलिया के मार्गो से होते हुए पूजा-अर्चना के साथ तालाब में विसर्जन कर दिया गया। जहां माता की प्रतिमा को तालाब में पांच बार विधि-विधान पूर्वक घुमाकर जल में विसर्जित कर दिया गया। विसर्जन के क्रम में विभिन्न चौक-चौराहों पर भक्तों ने नृत्य भी करते दिखे। डीजे की धुन पर नाचते गाते हुए चलते श्रद्धालु, माता के जयकारों से भक्तिमय हो गया।

मौका था नवरात्र में घर-घर दुर्गा मां की गई स्थापना के विसर्जन का। हर कोई माता के रंग में रंगा हुआ नजर आया। विभिन्न संगठनों की ओर से गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली गई। सुबह से विसर्जन जुलूस का दौर शुरू हो गया था। हालांकि कोरोना के कारण रौनक में काफी कमी नजर आई। विसर्जन के दौरान पुलिस अपने दल बल के साथ मौजूद थे।

बिहार :सिन्दूर खेला की खुशी , मां दुर्गा के विदाई का दुःख

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