रणविजय/पौआखाली:
औषधि निरीक्षक किशनगंज के कार्यालय में प्राप्त शिकायत पत्र के आलोक में सहायक औषधि नियंत्रक किशनगंज के द्वारा गठित औषधि निरीक्षकों के जांच दल ने अनुमंडल दंडाधिकारी किशनगंज के द्वारा प्रतिनियुक दंडाधिकारी के साथ गुरुवार को पौआखाली थाना क्षेत्र के पांचगाछी गांव में छापेमारी कर मां दीपाली ड्रग एजेंसी के नाम से संचालित दवाई दुकान से बिहार सरकार के द्वारा सरकारी अस्पतालों में मरीजों को मुफ्त उपलब्ध कराई जाने वाली छह प्रकार की दवाइयां समेत अन्य प्रकार के कुल 84 कार्टून दवाइयां जब्त की है.
दोपहर एक बजे से रात्रि आठ बजे तक चली छापेमारी में ठाकुरगंज 19 वीं बटालियन के अंतर्गत बी समवाय कद्दूभिट्ठा के एसएसबी जवानों और स्थानीय थाना की सशस्त्र पुलिस बल छापेमारी दल के साथ मौजूद रहें. इस मामले में औषधि निरीक्षक किशनगंज संजय कुमार पासवान के लिखित आवेदन पर प्रतिष्ठान के संचालक के विरुद्ध बीएनएस एक्ट की सुसंगत धाराओं और सात आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत पौआखाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. उधर बरामद अन्य 84 कार्टून दवाइयों को छापेमारी दल अपने साथ ले गई है
जिसे न्यायालय में सुपुर्द कर अभियोजन दायर कराने का जिक्र आवेदन में किया गया है. जिला औषधि निरीक्षक के अनुसार संबंधित दवाई दुकान के संचालक ने दवाइयों की क्रय बिक्री भंडारण के लिए संस्थान सहित तीन कमरों का अनुज्ञप्ति लिया था मगर उन तीन कमरों के अलावे दो अन्य कमरों और बरामदे में बिहार सरकार द्वारा आपूर्ति की जाने वाली नॉट फोर सेल वाली सरकारी दवाइयों और अन्य प्रकार की दवाइयों को रैक में विक्रय हेतु प्रदर्शित तथा कार्टून में बंद बरामद किया गया है.
गौरतलब है कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त मिलने वाली दवाइयां और अनुज्ञप्ति में दर्शाए गए स्थानों से भिन्न स्थानों में अन्य प्रकार की दवाइयों को क्रय विक्रय के लिए भंडारित करना कानूनी अपराध माना गया है.
इस पूरे छापेमारी की वीडियोग्राफी भी करायी गई है. औषधि निरीक्षक के मुताबिक छापेमारी में कुल 112 प्रकार की दवाइयां जब्त की गई है जिसमें फिजिशियन सेंपल, एक्सपायरी और एमआरपी में त्रुटि वाली दवाइयां भी शामिल है.